Chhattisgarh ED Action: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की उप सचिव सौम्या चौरसिया और आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई सहित राज्य सरकार के शीर्ष नौकरशाहों और उनसे कथित रूप से जुड़े कुछ कोयला कारोबारियों ने बेनामी संपत्ति बनाने के लिए अपने रिश्तेदारों का इस्तेमाल किया. मामले में ईडी ने 150 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है. संघीय जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि कोयला लेवी घोटाला करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध राज्य में एक बड़ी साजिश रची गई. जिसके तहत पिछले दो वर्षों में 540 करोड़ रुपये की उगाही की गई.


कुर्क की गई संपत्ति


बता दें कि शनिवार को रायपुर के स्पेशल कोर्ट में ईडी पांचों को कोर्ट में पेश करेगी. इसकी तैयारी कोर्ट परिसर में आज सुबह से दिख रही है. ईडी ने सूर्यकांत तिवारी (65 संपत्ति), सौम्या चौरसिया (21 संपत्ति), समीर विश्नोई सस्पेंड आईएएस (5 संपत्ति), सुनील अग्रवाल और अन्य की 152.31 करोड़ रुपये की चल और 91 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है. इसके अलावा ईडी ने कोरबा और रायगढ़ के DC कार्यालयों में खनन विभागों सहित 75 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली और आपत्तिजनक साक्ष्य एकत्र किए. ईडी ने करीब 100 लोगों के बयान दर्ज किये हैं.


 वहीं ईडी ने शुक्रवार को कोर्ट की सुनवाई के एक दिन पहले ईडी ने चार लोगों के खिलाफ कंप्लेन पेश कर दिया, लेकिन इसकी प्रतिलिपि बचाव पक्ष के वकील को नहीं किया है. इसकी जानकारी बचाव पक्ष के वकील फैजल रिजवी ने दिया है. उन्होंने बताया कि सौम्या चौरसिया के अलावा बाकी 4 लोगों के खिलाफ ईडी ने कोर्ट में कंप्लेन पेश किया है. इसकी प्रतिलिपि अभी बचाव पक्ष को नहीं दिया गया है. कोर्ट में आज पेशी है आज प्रतिलिपि दी जाएगी.


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