छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के पहले दिन सरकार ने 88 हजार मीट्रिक टन धान खरीदा है. सरकार ने बताया कि 38,085 किसानों से सरकार ने 88 हजार मीट्रिक टन धान खरीदा है. खाद्य विभाग ने बताया कि सभी केंद्रों पर धान खरीदी का काम सुचारू रूप से किया जा रहा है. सभी केंद्रों में कोविड गाइडलाइन का भी पालन किया जा रहा है. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में 24 लाख 9 हजार 453 किसानों ने पंजीकरण कराया है. बीते साल 21 लाख 52 हजार 990 किसानों ने पंजीकरण कराया था.


बता दें कि प्रदेशभर में बुधवार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान खरीदी शुरू हो गई है. आधिकारिक जानकारी के अनुसार धान खरीदी व्यवस्था के सुचारू और पारदर्शी रूप से संचालन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये हैं. नोडल अधिकारी रोजाना धान खरीदी और अन्य व्यवस्था व समस्याओं से संबंधित स्थितियों की मॉनिटरिंग करेंगे. पड़ोसी राज्य का धान छत्तीसगढ़ में ना बिके, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.


105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य
सरकार ने बताया कि इस साल किसानों से 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. पंजीकृत किसानों से 2399 सहकारी समितियों के माध्यम से धान उपार्जित किया जा रहा है. आला अधिकारी लगातार खरीदी केंद पहुंचकर निरीक्षण कर रहे हैं.


बारदाना के 25 रुपये देगी सरकार
वहीं, इसी बीच राज्य सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. अब किसान अपने बारदाने में धान को बेच सकेंगे. इसके लिए राज्य सरकार प्रति बारदाने के लिए 25 रुपए का किसानों को भुगतान भी करेगी.


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