छत्तीसगढ़ के बेमेतरा हिंसा का असर 8 दिन बाद भी जारी है. कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच बवाल शांत होने के बाद भी सियासत जारी है. पुलिस ने हेट स्पीच के मामले में कई बीजेपी नेताओं को नोटिस भेजा है. इस पर बीजेपी भड़क गई और कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए दमनकारी सरकार बताया है तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने इस नोटिस को सही ठहराया और बीजेपी के नेताओं के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की तैयारी में है.


बेमेतरा हिंसा पर सियासत जारी


दरअसल बेमेतरा हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर लगातार किए गए पोस्ट पर छत्तीसगढ़ पुलिस ने संज्ञान लिया है. इसके अलावा कई बीजेपी के नेताओं कार्यकर्ताओं को हेट स्पीच के लिए नोटिस भेजा है. इस मामले में कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं पर दंगा भड़काने का आरोप लगाया है. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कानून के तहत कार्यवाई की जा रही है, जो समाज की सौहाद्रता खराब करने की कोशिश करेंगे उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.


बीजेपी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बताया 'हेट स्पीच का सरगना'


इसके बाद बीजेपी के महामंत्री ओपी चौधरी ने कांग्रेस सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस बीजेपी के कार्यकर्ताओं को तथाकथित रूप से हेट स्पीच के लिए नोटिस थमा रही है. यह इनका गजब का दोहरा चरित्र है.


उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बॉडी लैंग्वेज से लेकर बयानों तक 'हेट स्पीच के सरगना' हैं. राज्यपाल से लेकर प्रधानमंत्री तक के बारे में अनर्गल और आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं. इसके आगे ओपी चौधरी ने कहा कि गांधी नेहरू परिवार को खुश करने यूपी में 50- 50 लाख रुपये बांटने वाले भूपेश बघेल की बौखलाहट यह है कि बीजेपी के आवाज उठाने पर इन्हें मजबूरी में 10 लाख रुपए सांत्वना राशि देना पड़ा. 10 जनपद को छोड़कर किसी को पैसा देना इन्हें बर्दाश्त नहीं होता.


बीजेपी नेताओं के खिलाफ हाईकोर्ट जाने की चेतावनी


बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के संचार विभाग ने बीजेपी के खिलाफ हाईकोर्ट जाने की चेतावनी दे दी है. कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बिरनपुर के मामले में बीजेपी के नेताओं ने हेट स्पीच किया था. बीजेपी के नेताओं ने दंगा भड़काने के लिए सोशल मीडिया में भड़काऊ पोस्ट डाले थे. उनके खिलाफ शिकायत हुई है.


पुलिस नोटिस भेज कर जांच कर रही है तो बीजेपी के नेता अधिकारियों में भय पैदा करने के लिए बयान दे रहे हैं. केंद्र से शिकायत करने की बात कह रहे है. बीजेपी के नेता राजनीतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पा रही है तो अधिकारियों को धमकाने में लग गए हैं. ये बीजेपी का स्तरहीन आरोप है. अगर बीजेपी अपने रवैया को नहीं सुधरेंगे तो इस मामले को हम कोर्ट में लेकर जाएंगे.


8 अप्रैल को दो समुदायों के बीच हुई थी झड़प


गौरतलब है कि बेमेतरा जिला के बिरनपुर में 8 अप्रैल को दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी. इसमें एक 22 साल के युवक भुनेश्वर साहू की हत्या हुई थी. इसके बाद पूरे गांव को पुलिस ने बेरीकेट लगाकर बंद कर दिया. आस पास के 10 किलोमीटर तक सैकड़ों पुलिस फोर्स की तैनाती की गई. लेकिन 11 अप्रैल को गांव के बाहर पुलिस को 2 और बॉडी मिली इसके बाद पूरे इलाके में दशहत का माहौल है. हालाकि पुलिस के नाकेबंदी से बिरनपुर में हालत स्थिर होते जा रहे है.


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