Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और गुणवत्तापूर्ण इलाज सुनिश्चित कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के सचिव आर. प्रसन्ना ने आज इंद्रावती भवन में वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ सभी जिलों के सिविल सर्जन और हॉस्पिटल कंसल्टेंट की बैठक ली. साथ ही उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य सुविधाओं, प्रसूति सेवाओं, दंत चिकित्सा, लैब सुविधाओं, एक्स-रे, सीटी स्कैन और आईसीयू सुविधा की समिक्षा की. इसके साथ उन्होंने सेफ्टी, पॉवर ऑडिट, पोस्टमार्टम की भी समीक्षा की.
स्वास्थ्य सचिव ने दिए कई महत्वपूर्ण निर्देश
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने बैठक में सभी डॉक्टरों को जेनेरिक दवाई ही लिखने के निर्देश दिए. उन्होंने सिविल सर्जन्स को अस्पताल परिसर में ब्रांडेड दवाईयों के पोस्टर लगे होने और डॉक्टरो द्वारा ब्रांडेड दवाई लिखे जाने पर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने अस्पताल परिसर में मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव्स के विजिट पर पूर्ण पाबंदी लगाने को कहा. साथ ही उन्होंने जिला अस्पतालों में जनरल बॉडी मीटिंग, एग्जीक्यूटिव मीटिंग, क्वालिटी और इंफेक्शन कंट्रोल के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण बैठकों को नियमित रूप से आयोजित करने का निर्देश दिया.
डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए निर्देश
इतना ही नहीं प्रसन्ना ने जिला अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी सेवा बढ़ाने को कहा. उन्होंने सभी जिलों से एएनसी जांच को बढ़ाने और अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को जल्द पूरा करने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में आने वाले मरीजों का इलाज सबसे महत्वपूर्ण कार्य है. इसलिए प्रत्येक कार्य की समय-सीमा तय होनी चाहिए ताकि मरीजों को नई सुविधाओं का लाभ जल्द मिल सके.
सभी का इलाज करने के लिए निर्देश
वहीं स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक भीम सिंह ने बैठक में अस्पतालों में उपलब्ध निःशुल्क डायलिसिस सेवा का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने को कहा. जिससे कि किडनी रोगों से पीड़ित मरीजों को इसका लाभ अपने निकटतम जिला अस्पताल में मिल सके. उन्होंने सिकलसेल जांच और इसके पॉजिटिव पाए गए मरीजों की मॉनिटरिंग के निर्देश दिए. इसके साथ-साथ उन्होंने जिला अस्पताल में आए सभी मरीजों की डायबिटीज और ब्लड-प्रेशर की जांच करने को कहा. उन्होंने आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अंतर्गत अस्पताल परिसर में ही मरीजों के आयुष्मान कार्ड बनाने और योजना कार्डधारी सभी मरीजों के इलाज करने के निर्देश भी दिए.