Chhattisgarh Heavy Rain: बस्तर में बारिश का कहर जारी, नदी-नाले उफान पर, अगले 24 घंटों का येलो अलर्ट
Bastar News: बस्तर संभाग में पिछले 2 दिन से बारिश का कहर जारी है. खासकर दंतेवाड़ा सुकमा और बीजापुर जिले में बारिश ने जमकर कहर बरपा रखा है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग (Baster) में भी पिछले 3 दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश जारी है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. नदी नाले उफान पर आने से कई ग्रामीण अंचलों का संपर्क शहर से टूट गया है, और सड़कों में लबालब बारिश का पानी भर गया है. खासकर सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. यहाँ कई गांवों का संपर्क ब्लॉक और जिला मुख्यालय से कट चुका है. मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों में बस्तर संभाग में येलो अलर्ट जारी किया है, और लगातार मूसलाधार बारिश होने की संभावना जताई है. वहीं मौसम विभाग से मिले अलर्ट के बाद संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर ने जिले में अलर्ट जारी कराया है और एसडीआरएफ की टीम को भी पूरी तरह से मुस्तैद रहने को कहा है. इधर मुख्य सड़कों पर भी लबालब पानी भर गया है, साथ ही कुछ स्कूल भी बारिश के पानी मे जलमग्न हो गई है.
3 जिलो में सबसे ज्यादा दिख रहा बारिश का कहर
बस्तर सँभाग के खासकर 5 जिलो में पिछले 3 दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते नदी-नाले उफान पर हैं, दंतेवाड़ा जिले के गमावाड़ा गांव की प्राथमिक शाला जलमग्न हो गई है, जिसके चलते बच्चों को घर भेज दिया गया है. खेतों और पहाड़ी नाला का पानी स्कूल के अंदर घुस गया है, जिसका वीडियो भी सामने आया है. यदि बुधवार शाम तक बारिश की ऐसी ही स्थिति रही तो कल 20 जुलाई को दंतेवाड़ा जिले में स्कूलों की छुट्टी कर दी जाएगी.
मुख्य सड़कें हुईं जलमग्न
मूसलाधार बारिश के चलते खासकर दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से बचेली जाने वाला मुख्यमार्ग जलमग्न हो गया है, पातररास और कुम्हाररास के बीच बरसाती नाला और खेतों का पानी सड़क पर आ गया है. जिससे आवागमन बाधित हो गया है, इसके अलावा कटेकल्याण मार्ग पर स्थित गाटम पुल के ऊपर से भी पानी गुजर रहा है, यह मार्ग भी बाधित है. तुमनार पुल को छूते हुए पानी गुजर रहा है, अगर बुधवार को दिन भर ऐसी ही बारिश होती रही तो पुल के ऊपर से पानी गुजरने से यह बीजापुर-दंतेवाड़ा मुख्यमार्ग भी बंद हो सकता है. वहीं सुकमा जिले में भी झमाझम बारिश हो रही है, बारिश के चलते एक तरफ जहां सुकमा जिले के अंदरूनी गांव का संपर्क ब्लाक और जिला मुख्यालय से कट चुका है, तो वहीं सरहदी इलाकों में बसे ओडिशा के नदी नाले भी उफान पर हैं. मलकानगिरी में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं, लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस चुका है, इसके अलावा सुकमा जिले के जगरगुंडा दोरनापाल मार्ग में स्थित पुल के ऊपर से भी पानी गुजर रहा है. यह मार्ग भी पूरी तरह से बाधित हो चुका है. सुकमा SDM प्रीति दुर्गम, SDOP परमेश्वर तिलकवार, समेत बाढ़ आपदा दल मौके के पहुंचकर स्थिति का मुआयना कर रहे हैं.
बीजापुर में भी बारिश का कहर
बीजापुर जिले में पिछले 48 घंटे से मूसलाधार बारिश से ग्रामीण इलाकों में जनजीवन प्रभावित हुआ है. गंगालूर समेत दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय बीजापुर से संपर्क टूट गया है. चेरपाल के पास बने रपटा के ऊपर से पानी बह रहा है. इसी तरह बेरुदी नदी का जल स्तर भी बढ़ गया है. नतीजतन कई गांवों के लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं हैं. आपात स्थिति में लोगों, मरीजों की सहायता के लिए बीजापुर से नगर सेना के राहत बचाव दल को मुस्तैद रखा गया है.
ये भी पढ़ें: Biogas Plant: बस्तर में गोबर से बिजली बनाने की योजना फ्लॉप साबित हो रही, अधिकारियों ने साधी चुप्पी