छत्तीसगढ़ के हर्बल गुलाल की यूरोप में डिमांड, सीएम भूपेश बघेल ने झंडा दिखाकर 23 क्विंटल मात्रा की रवाना
Herbal Gulal: दुर्ग और राजनांदगांव के गौठानों में बनी हर्बल गुलाल अब विदेशों में भी भेजा जा रही है. CM भूपेश बघेल ने राज्य में तैयार हर्बल गुलाल से भरे ट्रक को यूरोप एक्सपोर्ट करने के लिए रवाना किया.
Chhattisgarh Herbal Gulal Sent To Europe: छत्तीसगढ़ के गौठानो में तैयार हो रहे हर्बल गुलाल का डंका विदेशों में बज रहा है. इन हर्बल गुलाल को गौठानों की महिला समूह द्वारा बनाया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में हर जिले के गौठानों में कई तरह के गतिविधियां की जा रही हैं. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के दुर्ग और राजनांदगांव के गौठानो में बनी हर्बल गुलाल अब विदेशों में भी भेजा जा रहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय से छत्तीसगढ़ राज्य में तैयार हर्बल गुलाल से भरे ट्रक को यूरोप एक्सपोर्ट करने के लिए झंडी दिखाकर रवाना किया. यह हर्बल गुलाल स्व-सहायता समूह के सखी क्लस्टर संगठन अंजोरा राजनांदगांव एवं कुमकुम महिला ग्राम संगठन सांकरा दुर्ग की महिलाओं ने श्री गणेशा ग्लोबल गुलाल प्राइवेट लिमिटेड के मार्गदर्शन तैयार किया गया है. यूरोप एक्सपोर्ट किए जा रहे 23 हजार 279 किलो हर्बल गुलाल का मूल्य 41 लाख 95 हजार 302 रुपए है.
गौठानों में तैयार किया जाता है हर्बल गुलाल
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप महिला समूहों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए गौठानों में कई प्रकार की आयमूलक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं. गौठानों के सामुदायिक बाड़ियों में फूलों की खेती विशेषकर गेंदा फूल की खेती शुरू की गई है, ताकि इससे महिला समूहों को और अधिक आय हासिल हो सके. फूल से हर्बल गुलाल के निर्माण के लिए 18 फरवरी 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में श्री गणेशा ग्लोबल गुलाल प्राइवेट लिमिटेड और छत्तीसगढ़ शासन के उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी के संचालक के मध्य एमओयू हुआ था.
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पहले चरण में 23 क्विंटल हर्बल गुलाल यूरोप भेजा गया
इसके प्रथम चरण में 150 महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से हर्बल गुलाल एवं हर्बल पूजन सामग्री तैयार की जा रही है. महिला समूहों द्वारा तैयार 23 हजार 279 किलो हर्बल गुलाल को श्री गणेशा ग्लोबल गुलाल प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से यूरोप एक्सपोर्ट किए जाने के लिए रायपुर से गुजरात स्थित मुंद्रा पोर्ट भेजा जाएगा. एक्सपोर्ट हर्बल गुलाल की पैकेजिंग अलग-अलग आकार और वजन में की गई है. हर्बल गुलाल का कुल मूल्य 54 हजार 491 अमेरिकी डॉलर यानी भारतीय रुपए में इसकी कीमत 41 लाख 95 हजार 302 रुपए है. गौठान की महिला समूहों की मेहनत से तैयार हर्बल सामग्री का विदेशों में एक्सपोर्ट होना छत्तीसगढ़ राज्य और स्व-सहायता समूहों के लिए गौरव की बात है.