Manendragarh Chirmiri Bharatpur News: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में धर्मांतरण का मुद्दा पुलिस के लिए गले की फांस बनते जा रहा है. कुछ दिन पहले जहां हिंदू जागरण मंच के लोगों ने पुलिसकर्मी को धर्मांतरण कराते रंगे हाथों पकड़ने का दावा किया था. वहीं धर्मांतरण के दौरान का वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ है. जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई की बात करके वायरल वीडियो को डिलीट करवा दिया था. लेकिन अब एक्शन ना होने पर एक तरफ जहां हिंदू जागरण मंच ने एसपी ऑफिस का घेराव और उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी है. तो वहीं हिंदू जागरण मंच के इस कदम के बाद पुलिस अधीक्षक ने धर्मांतरण कराने वाले पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
हिंदू जागरण मंच का दावा
हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष आकाश दुआ ने ये दावा किया है कि कुछ दिन पहले उनको ये जानकारी मिली थी कि पुलिसकर्मी विमल तिर्की अपने दो साथियों के साथ अपने चैनपुर स्थित निवास में धर्मांतरण कराने के लिए लोगों को तैयार कर रहा है. जिसके बाद हिंदू जागरण मंच के लोग उसके घर पहुंचे तो वहां पुलिसकर्मी विमल तिर्की कुछ लोगों को बिठाकर उन्हें ईसाई धर्म से जुड़ी पुस्तकों और चित्रों के माध्यम से प्राकृतिक आपदा, महामारी और मृत्यु से डरा रहा है और इन सबसे बचने के लिए लोगों को प्रार्थना करा रहा है. साथ ही यहां मिलने वाली रोटी और अंगूर के रस पीने से बिमारी दूर करने और परमेश्वर प्रभु ईशू से मिलाने का दावा कर रहा है.
हिंदू जागरण मंच के लोगों ने इस दावे के साथ यहां हो रही सभी गतिविधियों का वीडियो भी बनाया था और वीडियो को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में अपलोड भी कर दिया था. जिसके बाद हिंदू जागरण मंच के लोगों का ये भी आरोप है कि वीडियो वायरल होने पर पुलिस अधिकारियों ने उन लोगों को बुलाकर वीडियो डिलीट करने को कहा था और वीडियो डिलीट करने पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था. लेकिन कई दिनों तक कोई पुलिस की कार्रवाई ना होने पर हिंदू जागरण मंच के लोगों ने आज अपनी बात मीडिया के सामने रखी.
'कार्रवाई नहीं को करेंगे एसपी ऑफिस का घेराव'
हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष आकाश दुआ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि "धर्मांतरण का विषय आया था. इसमें हमने अपनी सूत्रों से जानकारी ली है, जो व्यक्ति धर्मांतरण करवा रहा है. वह पुलिस का एक सिपाही है. जिसका नाम विमल तिर्की है. ये पुलिस लाइन आमा चौरा में पदस्थ है. इसको लेकर 13 जुलाई को एसपी कार्यालय में शिकायत की गई थी. जिसके बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा मेरे द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया गया था. उसे दबावपूर्वक डिलीट करवा दिया गया."
दुआ ने आगे कहा, "इन्हीं के विभाग का व्यक्ति है, इसलिए पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है, क्योंकि इनके विभाग का है तो जाहिर सी बात है सिपाही को बचाना चाहते है, संरक्षण देना चाह रहे हैं. इसपर प्रदेश स्तर पर बात की गई है. इस विषय पर अगर जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं होती है. तो विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच जितना भी हिंदू समाज है, सब मिलकर आंदोलन करेंगे. हो सके तो एसपी और कलेक्टर कार्यालय भी जल्द घेराव करेंगे."
'तथ्य के आधार पर कार्रवाई करेंगे'
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एमसीबी एसपी ने कहा, "हमारे पास शिकायत दी गई थी. उसपर त्वरित संज्ञान लिया गया है. प्राथमिक जांच के लिए आदेशित कर दिया गया है. जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार कर कार्रवाई की जाएगी. सभी पुलिसकर्मी सर्विस गाइडलाइन से बंधे हुए हैं. अगर उसके प्रतिकूल कोई भी चीज संज्ञान में आएगी तो प्रभावी कार्रवाई की जाएगी. संबंधित एसडीओपी द्वारा मामले की जांच की जा रही है."
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