Chhattisgarh News: देश में मानव तस्करी एक अहम समस्या है. मानव तस्करी देश के कई इलाकों में कई सालों से हो रहा है. मानव तस्करी करने का सबसे आसान यातायात का साधन भारतीय रेल (Indian Railway) होता है. लिहाजा रेलवे ने इसे रोकने के लिए ऑपरेशन आहट (Operation Aahat)  की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत जुलाई 2022 में बिलासपुर (Bilaspur) डिविजन, नागपुर (Nagpur) डिवीजन और दुर्ग (Durg) डिवीजन से 183 लोगों को मानव तस्करी से बचाया है, वहीं 47 तस्करों को भी पकड़ा गया है.


ट्रेनों से होती है ज्यादा मानव तस्करी
अक्सर मानव तस्करी करने वाले लोग यौन शोषण, देहव्यापार, जबरन मजदूरी, जबरन शादी, घरेलू बेगार करवाना, गोद देना, भीख मंगवाना, अंगों का प्रत्यारोपण करवाना, मादक पदार्थों को एक स्थान से दूसरे स्थान भिजवाने के लिये महिलाओं और बच्चों की मानव तस्करी का अपराध करते है. हाल में आरपीएफ ने एसोसियेशन ऑफ वॉलंटेरी ऐक्शन (एवीए) नामक गैर-सरकारी संगठन के साथ एक समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं. इस संगठन को बचपन बचाओ आंदोलन के नाम से भी जाना जाता है. यह संगठन प्रशिक्षण के जरिये आरपीएफ की सहायता करेगा और आरपीएफ को मानव तस्करी के बारे में सूचनायें भी देगा.


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चलाया गया ऑपरेशन आहट अभियान
रेलवे पुलिस आरपीएफ ने हाल में मानव तस्करी के खिलाफ “ऑप्रेशन आहट” (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग) नामक अभियान शुरू किया. आरपीएफ ने हाल में देशभर में 750 एएचटीयू की स्थापना की है जो पुलिस थानों में कार्यरत एएचटीयू, जिला और राज्य स्तरों पर, खुफिया इकाइयों, गैर-सरकारी संगठनों और अन्य हितधारकों के साथ समन्वय करेंगी और रेलगाड़ियों के जरिये होने वाली मानव तस्करी के खिलाफ कारगर कार्रवाई करेगी.


जुलाई में 183 को बचाया, 47 को पकड़ा
मानव तस्करी के खिलाफ रेलवे ने जुलाई 2022 में महीने भर का अभियान चलाया. आरपीएफ की क्षेत्रीय इकाइयों को सलाह दी गई थी कि वे राज्य पुलिस, स्थानीय कानूनी एजेंसियों और अन्य हितधारकों के साथ समन्वय बनाकर काम करें ताकि तस्करी रोकने और तस्करी के मामलों के बारे में मिली सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई की जा सके. विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस से भी आग्रह किया गया कि वे आरपीएफ के साथ संयुक्त कार्रवाई में हिस्सा लें. जुलाई महीने के दौरान ऑपरेशन-आहट में 151 नाबालिग लड़कों, 32 नाबालिग लड़कियों (कुल 183 नाबालिगों) और तीन महिलाओं को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाया गया. साथ ही 47 मानव तस्कर भी पकड़े गये.


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