Jagdalpur News: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की सर्वे सूची में गड़बड़ी, लिस्ट में कांग्रेस के कई नेताओं का नाम शामिल
Jagdalpur EWS News: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में निगम क्षेत्र में अन्य पिछड़ा वर्ग और EWS (आर्थिक रुप से कमजोर वर्गों) की सर्वे सूची में करोड़पति लोगों का नामिल शामिल कर दिया गया है.
Jagdalpur EWS List: राज्य शासन के आदेश अनुसार छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में निगम क्षेत्र में अन्य पिछड़ा वर्ग और EWS (आर्थिक रुप से कमजोर वर्गों) के सर्वे सूची में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की हुई सर्वे के बाद तैयार सूची में कांग्रेस के दिग्गज नेता और शहर के करोड़पति लोगों के भी नाम शामिल कर दिए गए हैं. यह खुलासा निगम के नेता प्रतिपक्ष संजय पांडेय और भाजपा के पार्षद दल ने किया है.
दरअसल निगम में आयोजित सामान्य सभा की बैठक में इस सूची को अनुमोदन करने के लिए सत्ता पक्ष ने प्रस्ताव रखा था. लेकिन इस सूची में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के नाम और शहर के करोड़पति के नाम होने से विपक्ष के हंगामे के बाद इस सूची को आखिरकार रद्द कर दिया गया. निगम की अध्यक्ष ने सप्ताह भर के भीतर नये सिरे से दोबारा सूची तैयार करने के निर्देश दिए. इधर विपक्ष के नेता संजय पांडे ने आरोप लगाया है कि सत्ता पक्ष के नेताओ ने जानबूझकर शहर के धन्ना सेठो और कांग्रेसियों को आर्थिक रूप से कमजोर के सर्वे सूची में शामिल किया है ताकि वे गरीबो को मिलने वाली योजनाओं का फायदा उठा सकें.
अपने लोगो को फायदा पहुँचाने का विपक्ष ने लगाया आरोप
निगम नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के सर्वेक्षण के बाद कुल 46 हजार 114 लोगों की तैयार सूची को अनुमोदित करने के लिए निगम में विशेष सम्मेलन बैठक बुलाई गई. सूची को सार्वजनिक नहीं किया गया और अंदर ही अंदर इसमें सत्तापक्ष ने खेल किया और कांग्रेस के दिग्गज नेता के साथ शहर के करोड़पति लोगों को सूची में शामिल कर लिया. संजय पांडे ने कहा कि ओबीसी और ईडब्ल्यूएस की सूची के विरोध में विपक्ष के नेता नहीं हैं वे भी चाहते हैं कि यह पारित हो लेकिन पूरे प्रक्रिया का पालन होना चाहिए और नियम अनुसार जो पात्र हैं उन्हें ही आर्थिक रूप से कमजोर के सर्वे में शामिल होना चाहिए.
सत्ता पक्ष के लोग संवैधानिक पद में बैठकर अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इस तरह से सूची में अपने पार्टी के लोगो को शामिल कर रहे हैं जो कि सरासर गलत है. इसलिए इस सूची को निरस्त करने की मांग विपक्ष ने की और नए सिरे से निगम अमला डोर टू डोर जाकर इसका सर्वे करें. इसकी भी मांग विपक्ष के द्वारा की गई है. संजय पांडे ने कहा कि उन्होंने सूची एक बार ही देखी है जिसमें बहुत से ऐसे करोड़पति और अरबपति के नाम शामिल है जिन्हें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की सूची में शामिल किया गया है.
सूची में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का नाम शामिल
इधर सूची को लेकर निगम की महापौर सफिरा साहू ने भी अपनी गलती स्वीकार की है. महापौर ने कहा कि शासन के निर्देश पर यह सूची अनुमोदित की जानी है इसलिए जल्दबाजी में इसे एमआईसी से पास नहीं कराया जा सका. MIC के अनुमोदन के प्रत्याशा में इसे सामान्य सभा में प्रस्तुत किया गया, फिलहाल निगम के अध्यक्ष से मिले आदेश अनुसार फिर से शहर का सर्वे कर नई सूची तैयार की जाएगी. इधर सवाल यह भी उठ रहा है कि OBC और ईडब्ल्यूएस की यह सूची कब तैयार की गई और इसकी जानकारी ना तो वार्ड के किसी पार्षद को है और ना ही वार्ड के लोगों को है.