(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh: अकलतरा नगर पालिका में बर्तन बांटने में अनियमितता, दो कर्माचारी हुए बर्खास्त
Chhattisgarh News: योजना के अन्तर्गत चार समूह को एक-एक लाख रुपये का बर्तन प्रदान किया जाना था. जिम्मेदारों द्वारा अपने चहेते ठेकेदार से मिलीभगत कर बाजार दर से मात्र तीस पैतीस हजार का ही सामान खरीदा.
Janjgir-Champa News: जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा नगर पालिका में अनियमितता रुकने का नाम नहीं ले रही है. अनुदान में प्राप्त शासकीय राशि पर एकाधिकार कर शासन को चूना लगाने के साथ ही महिला स्व सहायता समूह को भी नहीं बक्शा जा रहा है. इसका प्रमाण नगर में कार्यरत महिला स्व सहायता समूह को बर्तन बैंक योजना के अंतर्गत वितरित सामानों के संबंध में सामने आया है.
शासन की योजना के अन्तर्गत चार समूह को एक-एक लाख रुपये का बर्तन प्रदान किया जाना था. इसमें जिम्मेदारों द्वारा अपने चहेते ठेकेदार से मिलीभगत कर बाजार दर से मात्र तीस पैतीस हजार का सामान ही चार माह पूर्व खरीदा गया तथा अपनी कार्यप्रणाली को छुपाने के लिए महीनों तक इस बर्तन का भी वितरण नहीं किया गया.
लम्बे अन्तराल के बाद नगर पालिका अधिकारी की अनुमति के बिना ही स्व सहायता समूहों को बर्तन बांटा गया. जिसकी जानकारी पार्षदों को भी नहीं दी गई. किसी तरह से पार्षदों को जानकारी मिलने पर जब वे वहां पहुंचे तो पालिका अध्यक्ष तीन समितियों को बर्तन बांटकर चली गई थी. जिसकी शिकायत पार्षदों ने नगर पालिका अधिकारी से की जिस पर उनके द्वारा जानकारी लेने पर पाया गया कि दो प्लेसमेंट कर्मचारी बर्तन वितरण में संलिप्त थे. उन्होंने दोनों प्लेसमेंट कर्मचारियों को हटा दिया.
चार माह पूर्व खरीदे गए थे बर्तन
बताया जा रहा है कि चार स्व सहायता समूह जिसका नाम दुर्गावती क्षेत्र स्तरीय संघ अध्यक्ष जयेश्वरी गोड़, अहिल्या क्षेत्र स्तरीय संघ अध्यक्ष लच्छन धीरही, अराधना क्षेत्र स्तरीय संघ अध्यक्ष दीया वर्मा एवं चिराग महिला स्व सहायता समूह अध्यक्ष ज्योति बंजारे को 14 सितम्बर को बर्तन बैंक के लिए एक-एक लाख के बर्तन वितरित किये गये. यह बर्तन चार माह पूर्व ही खरीद लिए गये थे किन्तु बांटे नहीं गये थे. अचानक ही उक्त चारों समूहों का बुलाकर बर्तनों को बांट दिया गया.
बर्तन गायब होने के संबंध में सीएमओ को दिया आवेदन
इस मामले में यह भी बताया जा रहा है कि स्व सहायता समूहों को दिये जाने के लिए जो बर्तन खरीदे गए थे, उसमें से आधे बर्तन ही समूहों को दिये गये है, आधे गायब है. इस संबंध में एक समूह के अध्यक्ष द्वारा नगर पालिका सीएमओ को आवेदन भी दिया गया है कि बर्तन संख्या में कम है, इसलिए वे लेना नहीं चाहते थे. उन्हें जबरदस्ती दिया गया है.
'कार्यकाल अनियमितताओं से भरा हुआ है'
नगर पालिका उपाध्यक्ष दिवाकर सिंह राणा ने बताया कि नगर पालिका में एकाधिकार वाद एवं मनमानी चरम पर है. वर्तमान परिषद का कार्यकाल अनियमितताओं से भरा हुआ है इसकी शिकायत समय समय पर वरिष्ट अधिकारियों से की गई किन्तु उचित कार्यवाही नहीं होने से इनके द्वारा महिला स्व सहायता समूह को भी नहीं बक्शा जा रहा है.
दो प्लेसमेंट कर्मचारी बर्खास्त
नगर पालिका सीएमओ सौरभ तिवारी ने कहा बर्तन बिना मेरी अनुमति के बांटा गया है. मुझे इन बर्तन बैंक के अन्तर्गत आये बर्तनों के बारे में नहीं बताया गया हैं. इस विषय में लापरवाही बरतने पर मेरे द्वारा दो प्लेसमेंट कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है.
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