Bastar News: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर नगर निगम के अंतर्गत कांजी हाउस में लापरवाही के चलते 16 मवेशियों की मौत पर शहर की गौ रक्षक सक्षम संस्था ने निगम के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मवेशियों की मौत पर बरती गई लापरवाही को लेकर जिम्मेदारों पर कार्यवाही की मांग को लेकर कांजी हाउस में अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठ गए हैं.

इस संस्था के कुछ सदस्य भूख हड़ताल भी कर रहे हैं, संस्था के सदस्यों का कहना है कि जब तक दोषियों पर कार्यवाही नहीं हो जाती तब तक वह अपना आंदोलन जारी रखेंगे. उनका आरोप है कि निगम के जिम्मेदार अधिकारी और कांजी हाउस के संचालक की लापरवाही के चलते एक के बाद एक 16 मवेशियों की मौत हो गई, लेकिन इस मामले में ना ही जांच किया जा रहा है और ना ही जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जा रही है. जिसके चलते उन्होंने अनिश्चितकालीन आंदोलन का मन बना लिया है.

अधिकांश मवेशियों की भूख से तड़पकर गई जान
दरअसल जगदलपुर शहर के  परपा  कांजी हाउस में रखें गए मवेशियों में से एक के बाद एक कर 16 मवेशियों की मौत हो गई. बताया गया कि इन मवेशियों की मौत इनके रख रखाव और भूख के चलते हुई, कांजी हाउस में इन मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था भी नहीं होने के चलते मवेशी बीमार पड़कर दम तोड़ दिए. इसके बाद शहर की गौ रक्षक सक्षम संस्था ने लापरवाही के चलते मवेशियों की मौत होने का आरोप निगम के जिम्मेदार अधिकारियों और कांजी हाउस के संचालक पर लगाया और इन पर कार्रवाई की मांग की.

16 मवेशियों की मौत हो गई थी
संस्था के अध्यक्ष अविनाश सिंह गौतम और कुणाल कुमार का आरोप है कि बीते दिनों कांजी हाउस में 16 मवेशियों की मौत हो गई थी. जिनका ना तो पोस्टमार्टम करवाया गया और ना ही इसे लेकर जरूरी कार्रवाई की गई. वहीं मवेशियों को कांजी हाउस में ही दफना दिया गया. इस मामले में एक हफ्ते पहले सक्षम पदाधिकारी ने कांजी हाउस संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी, और पुलिस ने एक हफ्ते में जांच पूरी कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था. लेकिन इस पर ना तो जांच हुई और ना ही एफआईआर दर्ज की गई.

कार्रवाई नहीं होने तक धरना प्रदर्शन जारी
ऐसे में कार्रवाई की मांग को लेकर सक्षम के के सदस्य ने कांजी हाउस के सामने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. सदस्यों का कहना है कि जब तक मवेशियों की मौत के जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हो जाती उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. वहीं जिला अध्यक्ष अविनाश सिंह गौतम का कहना है कि मवेशियों के लगातार हो रही मौत को लेकर नगर निगम के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई थी. उसके बाद उन्होंने यहां मृत मवेशियों को कांजी हाउस में ही गड्ढा खोदकर दफना दिया गया.

नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग है संलिप्त 
अविनाश गौतम ने बताया कि इसके अलावा पशु चिकित्सा विभाग के कांजी हाउस आने वाले डॉक्टरो को भी इस बात की जानकारी दी गई थी, लेकिन किसी भी मृत मवेशी का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया. उन्होंने आरोप लगाया है कि नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी और पशु चिकित्सा विभाग भी मवेशियों की मौतो में संलिप्त है. ऐसे में इन पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग सक्षम संस्था कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं होती है तो बस्तर एसपी को शिकायत पत्र सौपकर जांच की मांग की जाएगी. इस पर भी सुनवाई नहीं हुई तो सक्षम संस्था न्यायालय से न्याय की गुहार लगाएगा.

जांच कर दोषियों पर होगी कार्रवाई
इधर इस मामले में निगम की महापौर सफिरा साहू का कहना है कि कांजी हाउस में मवेशियों की हुई मौत पर जानकारी ली जा रही है और इस मामले में संचालक से लेकर कांजी हाउस में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.