Chhattisgarh News: मंत्री लखमा ने RSS को ठहराया हिंसा का जिम्मेदार, बोले- 'धर्मांतरण के नाम पर आदिवासियों को आपस मे लड़ाया'
Chhattisgarh: प्रदेश सरकार में मंत्री कवासी लखमा ने खुटपदर में एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए. इस दौरान उन्होंने आदिवासी समुदाय से प्रलोभन में धर्मांतरण न करने का निवेदन किया.
Chhattisgarh News: प्रदेश के नारायणपुर जिले (Narayanpur District) में धर्मांतरण को लेकर उपजे विवाद और दो समुदाय के बीच हिंसक मारपीट के बाद, छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) का बयान सामने आया है, उन्होंने इस घटना का जिम्मेदार आरएसएस (RSS) और बीजेपी (BJP) को बताया है. कवासी लखमा ने विपक्षी पार्टी बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी बस्तर में शांत माहौल को अशांत करने में तुली हुई है, इसलिए नारायणपुर जैसी दुखद घटना हुई है.
मंत्री कवासी लखमा ने इस दौरान कहा कि अगर ईसाई धर्म के लोग कानून के विरोध में जबरन आदिवासियों का धर्मांतरण करेंगे तो उन्हें कानून सजा देगा. उन्होंने कहा कि खुद आदिवासियों को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए, जिससे शांति और सौहार्द बिगड़े. लखमा ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के 4 साल के कार्यकाल के दौरान नहीं बल्कि 15 साल के बीजेपी के शासनकाल में सबसे ज्यादा धर्मांतरण हुआ है.
बीजेपी सरकार ने धर्मांतरण रोकने की नहीं की कोशिश- लखमा
लखमा ने कहा कि अगर सही समय पर धर्मांतरण को बीजेपी सरकार और बस्तर में केदार कश्यप की सरकार रोक पाती तो यह नौबत नहीं आती. उन्होंने कहा कि बीजेपी भोलेभाले आदिवासियों को भड़काने की कोशिश कर रही है और धर्मांतरण के नाम पर एक दूसरे से लड़ाकर, बस्तर का शांतिपूर्ण माहौल खराब कर रही है.
आदिवासियों से धर्मांतरण नहीं करने की लखमा ने की अपील
दरअसल बीते दिन राज्य सरकार में मंत्री कवासी लखमा, कोंडागांव के खुटपदर गांव में नवनिर्मित मातागुड़ी का लोकार्पण करने गए हुए थे. इस दौरे के दौरान कवासी लखमा ने कहा कि कांग्रेस सरकार बस्तर में देवगुड़ी के निर्माण के लिए हर गांव में 5-5 लाख रुपये का आर्थिक सहयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आदिवासी परंपरा और रीति-रिवाज को कायम रखने के लिए सभी तरह की मदद गांव के साथ-साथ पूजा पाठ और मंड़ई मेले में दे रही है.
धर्मांतरण को रोकने के लिए सरकार कर रही है कोशिश
लखमा ने खुटपदर में देवगुड़ी के लोकार्पण के दौरान आदिवासी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी भाइयों से निवेदन है कि अपना धर्म छोड़कर ना जाएं, वह यहां अपने रीति रिवाज और परंपरा को कायम रखते हुए आपस में भाई भाई बनकर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय किसी के प्रलोभन में ना आएं, छत्तीसगढ़ और खासकर बस्तर में धर्मांतरण ना हो इसके लिए हमारी सरकार लगातार कोशिश कर रही है.
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