Vijay Sharma: पहली बार MLA निर्वाचित विजय शर्मा बने डिप्टी सीएम, जानिए बीजेपी ने क्यों दी उन्हें जिम्मेदारी?
Vijay Sharma Biography: छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा कवर्धा से विधायक निर्वाचित हुए हैं. वह पहली ही बार विधायक बने हैं और बीजेपी ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नए सीएम विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai) ने मुख्यमंत्री की शपथ ले ली है. इसके साथ छत्तीसगढ़ के इतिहास में शायद पहली बार ऐसा हुआ होगा जब मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्रियों ने भी शपथ लिया हो. उन्ही में से एक नाम है विजय शर्मा (Vijay Sharma), जिन्हें बीजेपी पार्टी ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़कर जीतने पर उन्हें सीधे डिप्टी सीएम बना दिया है. आई समझते हैं इसके पीछे बीजेपी (BJP) की क्या मनसा रही है, और कौन है विजय शर्मा?
दरअसल 13 दिसम्बर को राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में शपथ ग्रहण सेरेमनी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के कई मुख्यमंत्रीयो के सामने विजय शर्मा ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लिये. उन्हें छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन शपथ दिलाया. विजय शर्मा पहली बार कवर्धा विधानसभा क्षेत्र विधायक का चुनाव लड़े और जीते है और उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर मंत्री मोहम्मद अकबर को हराया है.
पंचायत सदस्य से डिप्टी सीएम तक का सफर, स्पोर्ट मैन भी है विजय शर्मा
विजय शर्मा का सार्वजनिक जीवन यशस्वी रहा है. उन्होंने कबीरधाम जिला पंचायत के सदस्य से लेकर उपमुख्यमंत्री पद तक का सफर तय किया है. विजय शर्मा विधानसभा चुनाव 2023 में पहली बार कवर्धा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने हैं. विजय शर्मा मूलतः कवर्धा के निवासी हैं. उप मुख्यमंत्री व और कवर्धा विधायक विजय शर्मा का जन्म 19 जुलाई 1973 को एक किसान परिवार में हुआ. भौतिकशास्त्र में स्नातकोत्तर विजय शर्मा ने इसके साथ ही इंग्लिश लेग्वेज में डिप्लोमा लिया. विजय शर्मा ने छात्र जीवन से ही सार्वजनिक जीवन में कदम रख लिया था. डिप्टी सीएम बने विजय शर्मा क्रिकेट, पर्यटन, कविता पाठ और भाषण में गहन रुचि रखते हैं. क्रिकेट में वे राज्य स्तरीय स्पर्धाओं में हिस्सा ले चुके हैं और एथलेटिक्स में भी उन्होंने पुरस्कार जीते हैं.
जानिए बीजेपी ने विजय शर्मा को क्यों बनाया डिप्टी सीएम
2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कवर्धा सीट से मोहम्मद अकबर को चुनावी मैदान में उतारा था तो वहीं बीजेपी ने अपने उम्मीदवार के तौर पर अशोक साहू को चुनावी मैदान में उतारा था. मोहम्मद अकबर ने करीब 60 हजार वोटो से अशोक साहू को हराकर विधायक बने थे. इसके बाद छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया था. उसके बाद इस कवर्धा जिले में एक बड़ा झंडा कांड हुआ था जिसमें विजय शर्मा प्रमुख रूप से सरकार के विरोध में मोर्चा खोले थे और इसी झंडा विवाद में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. लेकिन साल 2023 विधानसभा में मोहम्मद अकबर के खिलाफ इस बार बीजेपी ने विजय शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा था. और इस बार विजय शर्मा ने मोहम्मद अकबर को करीब 40000 वोटों से हराकर जीत दर्ज किए थे. शायद यही वजह है कि भाजपा ने इनाम के तौर पर विजय शर्मा को डिप्टी सीएम का पद दिया है.