(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh: 'हम हार से हताश नहीं, मिलकर लड़ेंगे लोकसभा चुनाव', कांग्रेस की बैठक के बाद बोलीं कुमारी शैलजा
Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ में चुनाव में मिली हार की वजह पर मंथन करने के लिए कांग्रेस ने शुक्रवार को बैठक बुलाई. दिल्ली में आयोजित इस बैठक में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम ने हिस्सा लिया.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में चुनाव हार के बाद कांग्रेस (Congress) के हाथ से सत्ता फिसल गई. अब इस हार के कारणों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhio) में समीक्षा बैठक बुलाई गई जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel), पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव (TS Singhdeo), प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज (Deepak Baji) और प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा (Kumari Selja) समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने हिस्सा लिया. बैठक के बाद कुमारी शैलजा ने मीडिया को बताया कि हम हार से निराश हैं लेकिन हताश नहीं हैं. सभी नेताओं ने आश्वस्त किया है कि हम मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
मीडिया से बातचीत के दौरान भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव और दीपक बैज भी उनके साथ मौजूद थे. शैलजा ने कहा, ''चुनाव के बारे में समीक्षा की. अपने विचार स्पष्ट रूप से रखे. सबने अपने अपने राय रखे. ये बात जरूर है कि हम चुनाव हारे लेकिन साथ ही मैं भी यह कहूंगी कि कोई भी सर्वे चाहे नैशनल मीडिया का हो या रीजन मीडिया का, किसी भी एजेंसी का हो, हरेक ने ये कहा था कि छत्तीसगढ़ में हम चुनाव जीतने जा रहे हैं. शायद किसी हद तक सही साबित भी हुए. क्योंकि हमारा वोट प्रर्सेंटेज ज्यादा कम नहीं हुआ. पिछले चुनाव के मुकाबले उतना ही रहा है जो कि छोटी बात नहीं होती. पांच साल तक सरकार में रहने के बाद वोट शेयर बरकरार रखना एक बड़ी बात होती है. बड़ी उपलब्धि होती है.''
हम निराश हैं हताश नहीं- शैलजा
कुमारी शैलजा ने आगे कहा, ''इसी कारण से हमें विश्वास था कि हमारी सरकार ने जो काम किया. खरगे जी के नेृत्व में, राहुल जी, सोनिया जी के दिशानिर्देश में और प्रियंका जी के सहयोग से बेहतर स्कीम लेकर आए और उसका नतीजा हमने जमीन पर देखा है. लोगों का विश्वास हमने हासिल किया. हमारी भरोसे की सरकार रही. हमने लोगों का भरोसा भी जीता. चुनाव हम हारे सरकार हम नहीं बना पाए. हम निराश हुए हैं लेकिन हताश नहीं हुए हैं. कारण कई हैं जिसकी हम डिटेल में समीक्षा कर रहे हैं. सभी साथियों ने मिलकर हाईकमान और शीर्ष नेताओं को यह भरोसा दिलाया है कि बेशक हमारी उम्मीद से थोड़ा कम रह गए और सरकार नहीं बनी लेकिन लोगों का विश्वास हमने खोया नहीं है.''
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