Chhattisgarh Liquor Scam: शराब घोटाले में ईडी कस रही शिंकजा, आबकारी सचिव समेत पांच के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में एफआईआर
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में हुए करोड़ों के शराब घोटाले की जांच में पता चला है कि विधु गुप्ता की नोएडा स्थित मैसर्स प्रिज्म फोटोग्राफी सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड ने असली और नकली होलोग्राम बनाए थे.
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Liquor Scam In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh) में हुए करोड़ों के शराब घोटाला (Liquor Scam) मामले के तार ग्रेटर नोएडा के कासना से भी जुड़े हुए हैं. इसीलिए कासना कोतवाली में छत्तीसगढ़ के बीच विशेष सचिव समेत पांच पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में कासना स्थित कंपनी में बने मूल और नकली होलोग्राम प्रयोग किए गए थे. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) रायपुर (Raipur) में तैनात उप निदेशक हेमंत ने रविवार को थाना कासना में रिपोर्ट दर्ज कराई है.
उनके मुताबिक छत्तीसगढ़ में हुए करोड़ों के शराब घोटाले की जांच में पता चला है कि विधु गुप्ता की नोएडा स्थित मैसर्स प्रिज्म फोटोग्राफी सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड ने असली और नकली होलोग्राम बनाए थे. छत्तीसगढ़ के विशेष सचिव उत्पाद शुल्क अरुणपति त्रिपाठी आपूर्ति के लिए मूल और डुप्लीकेट होलोग्राम का विवरण उन्हें बताते थे. होलोग्राम की संख्या उसके हिसाब से मुद्रित करके भेजी जाती थी. मिली जानकारी के मुताबिक फर्जी होलोग्राम सड़क मार्ग से छत्तीसगढ़ ले जाया जाता था.
इन लोगों पर हुई एफआईआर दर्ज
ईडी ने जांच के दौरान डुप्लीकेट होलोग्राम जब्त किए थे. इस मामले में अब अरुण पति त्रिपाठी (आईटीएस) स्पेशल सेक्रेटरी एक्साइज, निरंजन दस (आईएएस) एक्साइज कमिश्नर, अनिल टुटेजा (आईएएस), विधु गुप्ता और अनवर देवबर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. इन सभी पर धारा 420, 468, 471, 473, 484, 120 B के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
क्या है ये शराब घोटाला
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय की और से शराब में राज्य में दो हजार करोड़ रुपये से अधिक रुपए के भ्रष्टाचार और मनी लांड्रिंग का दावा किया गया है. ईडी ने दावा किया है कि राज्य में 2019 से 2022 तक दो हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. इसमें राज्य के बड़े नेताओं और अधिकारियों का समर्थन था.
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