Chhattisgarh Lok Sabha Election 2024: छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और बस्तर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने पुलिस के जवानों को ही निशाना बनाया है. कवासी लखमा ने ग्रामीणों से पुलिस वालों को तीर- धनुष से मार भगाने की सलाह दी है.


दरअसल कवासी लखमा चुनावी प्रचार के लिए बीजापुर पहुंचे थे. यहां उन्होंने उसूर गांव में नुक्कड़ सभा कर ग्रामीणों को संबोधित किया. इस दौरान कवासी लखमा ने कहा कि सुकमा जिले के तोंगपाल के ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि पुलिस वाले टीन निकालने के लिए जंगल और पहाड़ नाप रहे हैं.


कवासी लखमा के बयान से सियासी पारा बढ़ा
कवासी लखमा ने कहा, "ग्रामीणों ने जैसे ही मुझे बताया तो मैंने कहा कि अपने साथ तीर धनुष लेकर जाओ और पुलिस वालों को मारो. यह जल जंगल जमीन हमारी है और इसे कोई नहीं छीन सकता." पूर्व मंत्री कवासी लखमा के इस बयान की वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा के इस बयाने के बाद सियासी पारा बढ़ गया है. 


बीजेपी ने की माफी की मांग
इस बयान को लेकर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता संजय पांडे ने कहा है कि कवासी लखमा अपने विवादित बयान बाजी से बाज नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि लखमा कभी महिलाओं के ऊपर अभद्र टिप्पणी करते हैं, तो कभी देश के रक्षकों के खिलाफ इस तरह की भाषा का उपयोग करते हैं.


बीजेपी प्रवक्ता संजय पांडे ने कहा कि कवासी लखमा भूल गए हैं कि उनकी सुरक्षा में खुद पुलिस के जवान लगे रहते हैं और दिन-रात ड्यूटी करते हैं. उन्हीं पुलिस वालों को तीर धनुष लेकर मार भगाने की हिदायत वह ग्रामीणों को दे रहे हैं. उन्होंने कहा, "पुलिस के जवान बस्तर वासियों के रक्षक के रूप में काम कर रहे हैं. उनका काम सुरक्षा देना है ना कि टीन नापने का. कवासी लखमा को बस्तर की सुरक्षा में लगे जवानों से अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए."


पार्टी बदलने वाली सफीरा साहू को बताया पापी महापौर 
इससे पहले कवासी लखमा ने जगदलपुर शहर में चुनाव प्रचार के दौरान भी कथित विवादित बयान दिया था. जगदलपुर में प्रचार के दौरान कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाली जगदलपुर नगर निगम की महापौर को पापी महापौर कहा था. 


500 रुपये का नोट बांटने पर लखमा पर FIR
सफीरा साहू के बीजेपी में शामिल होने पर कवासी लखमा ने कई और टिप्पणी की थी. बीजेपी ने कवासी लखमा के इस विवादित बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. बीजेपी ने पलटवार करते हुए लखमा पर महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी कनरे का आरोप लगाया था. कांग्रेस से बस्तर लोकसभा सीट का टिकट फाइनल होने के बाद कवासी लखमा चंदे के रुप में एक समिति को 500-500 रुपये का नोट बांटते हुए नजर आए थे. इसको लेकर चुनाव आयोग ने कवासी लखमा पर एफआईआर भी दर्ज कराया था. 


लखमा के विवादित बयान की हो रही आलोचना
कोंटा विधानसभा से 6 बार के विधायक कवासी लखमा अक्सर अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान कवासी लखमा की ओर से पुलिस के जवानों पर विवादित बयान देने से सियासत तेज हो गई है. बीजेपी सहित अन्य लोग उनके इस बयान की जमकर आलोचना कर रहे हैं.


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