Chhattisgarh Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रत्याशियों की एक और लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की बाकी बची चार सीटों पर प्रत्याशियों के नामों ऐलान किया है. कांग्रेस ने कांकेर लोकसभा सीट से एक बार फिर से बीरेश ठाकुर को मौका दिया है. दरअसल, इस सीट से पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज या पूर्व मंत्री अनिला भेड़िया को टिकट दिए जाने की चर्चा चल रही थी. 


हालांकि तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए कांग्रेस ने मंगलवार (26 मार्च) की देर शाम जारी प्रत्याशियों की सूची में कांकेर से बीरेश ठाकुर को चुनावी मैदान में उतारा है. इस लिस्ट में प्रदेश के सरगुजा लोकसभा सीट से शशि सिंह और रायगढ़ लोकसभा सीट से डॉक्टर मोनिका देवी सिंह और बिलासपुर लोकसभा सीट से देवेंद्र सिंह यादव को कांग्रेस ने टिकट दिया है.


बीरेश रह चुके हैं जिला पंचायत के सभापति
कांकेर लोकसभा सीट से बीजेपी के भोजराज नाग और बीरेश ठाकुर के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है. बीरेश ठाकुर 1989 से कांग्रेस के सक्रिय सदस्य हैं. वे 1995 में भानुप्रतापपुर क्षेत्र से जनपद सदस्य निर्वाचित हुए. साल 2000 में भी एक बार फिर से जनपद सदस्य निर्वाचित हुए. इसी तरह 2010 में भी जनपद सदस्य निर्वाचित हुए और जनपद अध्यक्ष बने. बीरेश ठाकुर साल 2015 के चुनाव में जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए और जिला पंचायत के सभापति बनाए गए. इसके बाद उनकी जिम्मेदारियों में इजाफा करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बनाया.


बीजेपी-कांग्रेस में होगी कांटे की टक्कर
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीरेश ठाकुर को कांकेर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था. हालांकि इस चुनाव में बीरेश ठाकुर को बीजेपी प्रत्याशी मोहन मंडावी से पांच हजार वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस ने एक बार फिर से बीरेश ठाकुर पर भरोसा जताते हुए आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांकेर से प्रत्याशी बनाया है. बताया जाता है कि बीरेश ठाकुर की संगठन में अच्छी पकड़ है. मतदाताओं के बीच बीरेश ठाकुर की सकारात्मक छवि है, यही वजह है कि कांग्रेस ने उन्हें इस सीट से दोबार मौका दिया है. 


इस बार कांकेर से बीजेपी ने भोजराज नाग को प्रत्याशियों बनाया है. भोजराज नाग और बीरेश ठाकुर में कांकेर सीट पर कांटे की टक्कर मानी जाती है. कांकेर सीट एसटी कैटेगरी के लिए आरक्षित है. यही वजह है कि दोनों दलों यहां से इन दो आदिवासी दिग्गजों को प्रत्याशी बनाया है. इन दोनों नेताओं की आदिवासी समाज पर अच्छी पकड़ मानी जाती है. बीरेश ठाकुर ने खुद को दोबारा मौका दिए जाने पर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के आलाकमान को धन्यवाद दिया है.


'मोदी सरकार में आदिवासी समाज का शोषण'
बीरेश ठाकुर ने कहा कि इस बार उनकी जीत सुनिश्चित है. जिस तरह से पिछले 5 साल में कांकेर क्षेत्र में जो विकास कार्य हुए हैं, उससे जनता उन्हें जरुर विजयी बनाएगी. बीरेश ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 10 साल के मोदी सरकार के शासन काल में जिस तरह से आदिवासियों का शोषण हुआ, उससे आदिवासी समाज काफी नाराज है. चुनाव में जरुर बीजेपी को आदिवासी समाज सबक सिखाएगा. कांग्रेस ने जारी लिस्ट में छत्तीसगढ़ की बची चार सीटों में से 2 सीटों पर महिला प्रत्याशियों को मौका दिया है.


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