Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और BJP में से कौन बनेगा सिकंदर? CNX के सर्वे में तस्वीर साफ
India TV CNX Survey: छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्य में कांग्रेस की सरकार है. अगले साल लोकसभा चुनाव होंगे. दोनों चुनावों में कांग्रेस के सामने चुनौतियां हैं. पढ़ें सर्वे का नतीजा.
Chhattisgarh Politics: इस साल छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं. मौजूदा समय से राज्य में कांग्रेस की सरकार है जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर रहे हैं. विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव दोनों में कांग्रेस के सामने चुनौती है. इस बीच इंडिया टीवी और सीएनएक्स के सर्वे में लोकसभा चुनाव को लेकर एक सर्वे सामने आया. इसमें सवाल किया गया कि अगर अभी लोकसभा चुनाव होते हैं तो छत्तीसगढ़ में कौन सी पार्टी की किस्मत चमकेगी. इस सवाल के जवाब में लोगों ने अपनी राय दी. विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव इस मायने में भी अहम हैं कि दो चुनाव इंडिया एलायंस बनने के बाद होंगे.
क्या कहता है सर्वे का नतीजा?
इंडिया टीवी सीएनएक्स के सर्वे के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में बीजोपी को 46 फीसदी सीटें मिल सकती हैं. वहीं कांग्रेस के खाते में 43 फीसदी सीटें जाती दिख रही हैं. अन्य के खाते में 11 फीसदी सीटें जा सकती हैं. अगर इन वोट शेयर को सीटों के लिहाज से देखा जाए तो बीजेपी को सात सीटें तो वहीं कांग्रेस के खाते में चार सीटें जा सकती हैं.
पिछले लोकसभा चुनाव में क्या रहे थे नतीजे?
सर्वे के आंकड़ों की तुलना पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों से करें तो चुनाव आयोग के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में बीजेपी को नौ सीटें मिली थीं और कांग्रेस के खाते में दो सीटें गई थीं. यानी सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस को दो सीटों का फायदा होता दिखाई दे रहा है. वहीं बीजेपी को दो सीटों का नुकसान झेलना पड़ सकता है. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में आधे से ज्यादा वोट शेयर गए थे. पार्टी को 2019 के लोकसभा चुनाव में 51.44 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस के खाते में 41.50 फीसदी वोट गए थे.
विधानसभा चुनाव के नतीजे
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सभी 90 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और 68 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी ने भी सभी 90 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और 15 सीटों पर ही जीत मिली थी. मायावती की पार्टी बीएसपी को दो और अजित जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ को पांच सीटें मिली थीं.