Balod Mahila Commando: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में इन दिनों सड़क हादसों (Road Accident) में तेजी से इजाफा हुआ है. ये सड़क हादसे अक्सर ड्राइवरों की लापरवाही से हो रहे हैं. जिसमें कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं, वहीं कई जीवन भर के लिए विकलांग हो चुके हैं. बढ़ते सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए राज्य की बालोद पुलिस (Balod Police) ने एक विशेष पहल की है, जिसके तहत विशेष महिला कमांडो सड़क पर उतर कर लोगों को जागरुक कर रही हैं. 


विशेष महिला कमांडो ने लाल साड़ी, सिर पर टोपी, हाथ में डंडा और सीटी बजाते हुए, बालोद जिले में लापरवाही से गाड़ी चलाने वाले ड्राइवरों को जागरुक कर रही हैं, इससे काफी हद तक सड़क पर गाड़ी चलाने वाले लोगों में ट्रैफिक नियमों का पालन करते देखा गया है. ये महिला कमांडो दो पहिया वाहन चालकों को रोककर हेलमेट लगाने और तीन सवारी नहीं बैठाने, शराब पीकर वाहन न चलाने और चार पहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट लगाकर ड्राइविंग करने की नसीहत दे रहे हैं.


सड़क हादसों में 4 महीने में जा चुकी है 81 लोगों की जान


दरअसल लोगों में जागरूकता की कमी के चलते बालोद जिले में महज 4 माह में 136 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमे 81 लोग अपनी जान गवा चुके हैं. अक्सर सड़क हादसे तेज गति से वाहन चलाने और यातायात नियमों का पालन नहीं करने के कारण होते हैं. जिसे देखते हुए घरेलू कार्य करने वाली महिलाएं सिटी में डंडा लेकर लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने की कोशिश में जुट गई हैं.


पद्मश्री शमशाद बेगम ने शुरु किया महिला कमांडो का समूह


महिला कमांडो संचालिका पद्मश्री शमशाद बेगम ने बताया कि बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए, हमारी महिला कमांडो ने कमर कस ली है. बालोद जिले को दुर्घटना मुक्त जिला बनाएंगे. जिले के एसपी जितेंद्र यादव के सहयोग से हम महिला कमांडो वाहनों को रोककर लोगों को यातायात नियमों का पालन करने का निवेदन कर रहे है और उन्हें सड़क सुरझा के बारे में जागरुक कर रहे हैं.


साल 2006 में गुंडरदेही की रहने वाली पद्मश्री शमशाद बेगम के दिमाग में यह विचार आया कि, वह गांव की महिलाओं का समूह तैयार कर अपराध पर शिकंजा कसने के लिए प्रयास किया जाए. इस प्रयास का परिणाम यह रहा कि बालोद जिले सहित पूरे प्रदेश भर से लाखों की संख्या में महिला कमांडो के रूप में समाज सेवा के लिए कार्य करने वाली महिलाएं जुड़ती गई. जो रात में लगभग 2 घंटे हर दिन गश्त कर अवैध काम करने वालों के साथ ही अवैध कारोबारियों की कमर तोड़ने के प्रयास में जुटी हुई हैं. 


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