Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में जादू-टोना के शक में शख्स की हत्या, फिल्म देखकर रेत के टीले के नीचे दफनाया शव
Chhattisgarh News: पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने हत्या से पहले दृश्यम फिल्म देखी थी. इसके बाद लाश को ठिकाने लगाने की साजिश रची और हत्या के बाद शव को रेत के टीले के नीचे दफना दिया.
Chhattisgarh Crime News: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में दो ग्रामीणों ने जादू-टोना करने के शक में एक ग्रामीण की हत्या कर दी. इसके बाद गांव से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर एक नाले के पास रेत के टीले के नीचे मृतक के शव को दफना दिया. इस वारदात के करीब एक महीने बाद पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
वहीं पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने हत्या से पहले दृश्यम फिल्म देखी थी. इसके बाद उसी तरह लाश को ठिकाने लगाने की साजिश रची और हत्या के बाद आधी रात को मृतक के शव को रेत के टीले के नीचे दफना दिया, ताकि किसी को पता ही नहीं चल सके. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपियों ने हत्या की वजह जादू-टोना का शक होना बताया है.
कोंडागांव के थाना प्रभारी ने बताया कि जिले के चनिया गांव में बीते 28 मार्च को एक ग्रामीण के लापता होने की सूचना पुलिस को मिली थी. परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. परिजनों ने बताया कि चनिया गांव निवासी सतउराम एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया था, लेकिन उसके बाद वह वापस घर नहीं लौटा. सतउराम झाड़-फूंक के जरिए ग्रामीणों के बीमारियों का इलाज करता था.
जादू-टोना के शक में गांव से निकाला
ऐसे में जादू-टोना के शक में सतउराम के परिवार का साल 2013 में गांव से बहिष्कार कर दिया गया था. इसके बाद उनका परिवार गांव से बेदखल किए जाने के बाद अलग रह रहा था. वहीं बीते 28 मार्च को सतउराम एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए घर से निकला, लेकिव वापस नहीं पहुंचा. इसके बाद परिवार के लोगों ने भी उसे ढूंढने की कोशिश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका.
इसके बाद शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू करते हुए कड़ियों को जोड़ना शुरु किया. जांच के दौरान गांव के ही दो युवक पर पुलिस को संदेह हुआ और संदेह के आधार पर पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, तो युवकों ने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली. इसके बाद उनके निशान देही पर मृतक का शव भी वारदात के एक महीने बाद नाले के किनारे से रेत के टीले को खोदकर निकाला गया.
फिल्म देखकर दफनाया शव
आरोपियों की पहचान शिवकुमार और मानकुराम के रूप में हुई है. दोनों ने बताया कि हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए दोनों ने दृश्यम फिल्म देखी. फिर उसी के अनुसार शव को गांव से करीब दो किलोमीटर दूर नाले के किनारे रेत के टीले के नीचे दफना दिया. इसके साथ ही मृतक का मोबाइल और सिम भी आरोपी ने अलग-अलग जगह फेंक दिया, ताकि पुलिस को किसी तरह का शक ना हो. फिलहाल, आरोपियों को रिमांड में लेने के बाद जेल भेज दिया गया है.
इधर बस्तर संभाग के पिछड़े क्षेत्र में लगातार जादू टोना शक में ग्रामीणों की हत्या की वारदात बढ़ती ही जा रही है. तंत्र-मंत्र विद्या के नाम पर किसी ग्रामीण पर शक करना उसके बाद उसकी हत्या कर देना. इस तरह के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. हालांकि, इन मामलों में पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी भी कर रही है, लेकिन पिछड़ा क्षेत्र होने की वजह से यहां आए दिन इस तरह की वारदात आम बात हो गई है.