Manas Gayan Pratiyogita: छत्तीसगढ़ भगवान राम की धुन पर राममय हो गया है. राज्य के जांजगीर चांपा (Janjgir Champa) जिले में 3 दिसवीय राज्य स्तरीय मानस गायन प्रतियोगिता का शुक्रवार को शुभारंभ हो गया है. इस आयोजन में प्रदेशभर के 300 से अधिक कलाकारों की प्रस्तुति का आज आगाज कर दिया गया है. इस भव्य आयोजन को शुरुआत करने के लिए गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत डॉ. राम सुन्दर दास शिवरीनारायण पहुंचे हैं.


रामनवमी पर छत्तीसगढ़ में भव्य आयोजन


दरअसल राज्य में कोरोना की तीसरी लहर के बाद सावर्जनिक स्तर पर बड़ा आयोजन किया गया है. शुक्रवार को आयोजना के पहले दिन राज्य के गुप्त प्रयाग के रूप में जाने वाले शिवरीनारायण मेला ग्राउंड भारी भीड़ के साथ आयोजन शुरू हो गया है. पर्यटन स्थल के रूप में नई सुविधाओं के साथ पहली बार श्रद्धालु शिवरीनारायण दूर दूर से पहुंच रहे हैं.


Chhattisgarh News: नहीं लगाने होंगे RTO के चक्कर, छत्तीसगढ़ में खुलेंगे 1000 परिवहन सुविधा केंद्र, ऐसे होगा फायदा




रामायण काल से जुड़ा है शिवरीनारायण की प्रसिद्धि


शिवरीनारायण की खासियत रामायण काल से जुड़ा है. मान्यता है कि भगवान राम अपने वनवास के दौरान दक्षिण कौशल यानी छत्तीसगढ़ में शबरी के झूठे बेर यहीं पर खाए थे. इसी मान्यताओं और धार्मिक क्षेत्र के विकास के लिए 10 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर यहां की सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा. राम वन गमन पर्यटन परिपथ के तहत प्रसिद्ध तीर्थ शिवरीनारायण में पूर्ण हो चुके प्रथम चरण के विकास कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम भी प्रतियोगिता के साथ आयोजित है.


शनिवार के खास मेहमान


प्रतियोगिता में 9 अप्रैल को छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत डॉ.रामसुंदर दास करेंगे. वहीं कार्यक्रम के दूसरे दिन देश-प्रदेश के प्रतिष्ठित कलाकार भी मानस गायन की प्रस्तुति देंगे. इस दिन शाम को मुंबई की सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका अनुराधा पौडवाल की प्रस्तुति और इंदिरा कला संगीता विश्वविद्यालय खैरागढ़ की सांस्कृतिक प्रस्तुति भी होगी.


10 अप्रैल सीएम भूपेश बघेल होंगे कार्यक्रम में शामिल


 गौरतलब है कि राज्य स्तरीय मानस गायन प्रतियोगिता में 25 जिलों की चयनित मानस मंडलियों के लगभग 350 कलाकार 8-9 और 10 अप्रैल को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में अपनी प्रस्तुतियां देंगे. प्रतियोगिता के समापन अवसर पर 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रतियोगिता में पहले तीन स्थान पर आने वाली रामायण मंडलियों को पुरस्कृत करेंगे. प्रथम पुरस्कार 5 लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार 3 लाख रुपए और तृतीय पुरस्कार 2 लाख रुपए विजेताओं को प्रदान किए जाएंगे.


Durg News: दुर्ग में मुर्गी पालन की तुलना में बटेर पालन बना फायदे का सौदा, जानिए कैसे तीन गुना ज्यादा मुनाफा कमा रहीं महिलाएं