मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी) जिले का मुखिया अगर शिक्षा के प्रति संजीदा हो जाए तो तय है कि पूरे ज़िले की शिक्षा व्यवस्था सुधर सकती है और ज़िला शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल हो सकता है. लेकिन आम तौर पर ज़िले के कलेक्टर शिक्षा व्यवस्था पर पूरी तरह ध्यान नहीं दे पाते हैं. लेकिन इससे अलग एमसीबी ज़िले के कलेक्टर पीएस ध्रुव लगातार शिक्षा शिक्षक और विद्यार्थियों के बीच पहुंच रहे हैं. इसी बीच कलेक्टर से शिक्षक बने ध्रुव के नए अवतार की चर्चा भी लोगों की जुबान पर आ गई है. 


खडगंवा ब्लॉक के कई स्कूलों में पहुंचे कलेक्टर


कलेक्टर साहब कभी खेतों में उतर कर धान काटते नज़र आते हैं. कभी कचरा बीनने वाले बच्चों के पढ़ने लिखने की व्यवस्था करने में जुट जाते हैं तो कभी वो ब्लैक बोर्ड के सामने टीचर के अवतार में नज़र आते हैं. दरअसल नवगठित ज़िले एमसीबी के अस्तित्व में आने के बाद जब से पी.एस.ध्रुव ज़िले के कलेक्टर बने हैं. तब से ख़ासकर शिक्षा के क्षेत्र में ग़ज़ब का सुधार देखने को मिल रहा है. बात करें उनके शिक्षक अवतार की तो वो इन दिनों स्कूलों का दौरा कर रहे हैं. इस दौरान वो खडगंवा ब्लाक के आधा दर्जन से अधिक स्कूलों में पहुंचे और शिक्षा के स्तर का विधिवत मुआयना किया. 




शिक्षक के अवतार में नज़र आए कलेक्टर 


इन स्कूलों में जब कलेक्टर साहब कौडिमार गांव के स्कूल पहुंचे. जैसे ही वो पांचवीं क्लास में पहुंचे तो कलेक्टर साहब का शिक्षक अवतार देखने को मिला. क्लास में रूम में कलेक्टर ध्रुव ने बच्चों को गणित विषय पढ़ाया. इसके बाद कलेक्टर साहब फुनगा गांव के हाई स्कूल पहुंचे. यहां पर उन्होंने 10वीं के बच्चों की क्लास लेकर नर्मदा नदी के उद्गम से लेकर उसके संबंध में विस्तार से जानकारी दी. 


अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस


स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता की जानकारी लेने के साथ ही कलेक्टर उन सरकारी आश्रम में भी गए, जहां अपने घर से दूर रहकर बच्चे पढ़ाई करते हैं. इन आश्रमों में जब कलेक्टर ध्रुव लकरापारा के आश्रम शाला पहुंचे तो वहां काफ़ी मात्रा में गंदगी पसरी थी. जिसे देखकर कलेक्टर साहब ने नाराज़गी जताई और संबोधित विभाग के अधिकारी को निर्देश देते हुए. आश्रम अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा. 


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