Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंहदेव का अशोक गहलोत पर बड़ा बयान, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए बताई अपनी पसंद
Congress Crisis : टीएस सिंहदेव ने कहा कि अशोक गहलोत जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेता पर मैं टिप्पणी तो नहीं कर सकता. लेकिन मुझे उम्मीद थी कि अध्यक्ष पद की दौड़ में वो सबसे आगे रहेंग.
Raipur News: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) में मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singhdao) ने कहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) ने पार्टी का अध्यक्ष (Congress President) बनने का नैतिक आधार खो दिया है. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपना राज्य में नहीं संभाल पा रहा है, उससे हम पूरा देश संभालने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं.
टीएस सिंहदेव को अशोक गहलोत से क्या उम्मीद थी
टीएस सिंहदेव ने कहा कि अशोक गहलोत जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेता पर मैं टिप्पणी तो नहीं कर सकता. लेकिन मुझे उम्मीद थी कि अध्यक्ष पद की दौड़ में वो सबसे आगे रहेंग.उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में कई उम्मीदवार हो सकते हैं, लेकिन गहलोत को फ्रंट रनर के तौर पर देखा जा रहा था.उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत के अनुभव और गंभीरता को देखते हुए मुझे बहुत आश्चर्य हुआ कि उन्होंने अपने गृह राज्य को भी नियंत्रित करने में असमर्थता दिखाई.
टीएस सिंहदेव ने यह बात अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' को दिए एक इंटरव्यू में कही है. अब आगे की संभावनाओं के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि मैं यह तो नहीं जानता की आगे क्या होगा, लेकिन मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि लोगों में यह संदेश गया है कि वो अपना राज्य नहीं संभाल पाए.
सोनिया को बताया कांग्रेस अध्यक्ष पद की पहली पसंद
कांग्रेस अध्यक्ष पद पर उनके पसंद को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरी पहली पसंद सोनिया गांधी हैं, अगर वह नहीं तो राहुल गांधी. मैं आज भी यही चाहता हूं. उन्होंने कहा कि वो यह केवल इसलिए कह रहे हैं कि उन लोगों में ही पार्टी को संभालने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि यह कहना कोई चाटुकारिता नहीं है, बल्कि यह एक कांग्रेसी होने के नाते उनकी ईमानदार राय है. उन्होंने कहा कि अगर स्वास्थ्य कारणों से सोनिया जी यह काम नहीं कर पाती हैं तो राहुल जी पार्टी का नेतृत्व कर सकते हैं.
कांग्रेस ने दिसंबर 2018 में बीजेपी को हराकर छत्तीसगढ़ में सरकार बनाई थी. उसी समय से टीएस सिंहदेव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच शब्द यु्द्ध चल रहा है. इन दोनों नेताओं की प्रतिद्वंदिता को मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर बनाई गई एक व्यवस्था को लेकर देखी जा सकती है, जो कभी अमल में नहीं लाया गया.
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