'...तो वीडियो कॉल करें', नारायणपुर में 10 नक्सलियों के एनकाउंटर के बीच गृहमंत्री विजय शर्मा ने की अपील
Chhattisgarh Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में 10 नक्सली मारे गए हैं. इस बीच राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों से शांति वार्ता की अपील की है.
Narayanpur Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में लगातार नक्सलियों के खिलाफ एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी है और इस ऑपरेशन के दौरान जवानों को सफलता मिल रही है. नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में मंगलवार को हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में एक बार फिर जवानों को बड़ी सफलता मिली है.
जवानों ने इस मुठभेड़ में 10 नक्सलियों को मार गिराया है, जिसमें तीन महिला नक्सली और 7 पुरुष नक्सली शामिल है. जवानों ने सभी नक्सलियों के शव को बरामद कर लिया है और घटनास्थल से अत्याधुनिक हथियार विस्फोटक सामान और नक्सलियों का दैनिक सामान भी बरामद किया है.
इस मुठभेड़ के बाद प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने बयान जारी किया है. विजय शर्मा ने इस मुठभेड़ के लिए नारायणपुर पुलिस के साथ ही इस ऑपरेशन में गए एसटीएफ और डीआरजी के जवानों को बधाई देते हुए नक्सलियों से शांति वार्ता की अपील की है.
अच्छी पुनर्वास नीति का लाभ देने का किया वादा
गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस मुठभेड़ के बाद बयान जारी करते हुए कहा है कि मैं दोबारा नक्सलियों से और भटक चुके लोगों से अपील करना चाहता हूं कि विष्णुदेव साय की सरकार बातचीत चर्चा के माध्यम से इस मसले का हाल निकलना चाहती है. पुनर्वास नीति की अच्छी व्यवस्था के साथ नक्सलवाद खत्म करना चाहती है. गृहमंत्री ने आग्रह किया है कि नक्सली मुख्य धारा में वापस लौटे और समाज के साथ आगे बढ़े ताकि बस्तर में शांति और विकास गांव-गांव तक पहुंच सके.
गृहमंत्री ने यह भी कहा है कि वे बातचीत के लिए वीडियो कॉल के जरिये भी किसी भी वक्त उपलब्ध है. माओवादी संगठन चाहे तो उनके दो सदस्य या ज्यादा सदस्य या फिर मिडिएटर्स के माध्यम से शांति वार्ता के लिए आगे आ सकते हैं,सरकार उनसे बात करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
चार महीनो में 90 नक्सली हुए ढेर
इधर साल 2024 के बीते 4 महीने में ही केंद्रीय सुरक्षा बल और बस्तर पुलिस नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक मोड पर नजर आ रही है. जवानों ने अलग-अलग मुठभेड़ में अब तक 90 नक्सलियों को मार गिराया है.
पिछले दो दशक की तुलना में इस साल के महज 4 महीने में अब तक की यह सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है, यही नहीं 300 से अधिक नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है, तो वही 140 से ज्यादा नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. ऐसे में गृहमंत्री लगातार नक्सलियों को मुठभेड़ के दौरान पहुंच रहे नुकसान को देखते हुए और छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के मसले को सुलझाने के मकसद से एक बार फिर से माओवादी संगठन से शांति वार्ता की अपील कर रहे हैं.
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