Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ विधानसभा ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. इस बार विधानसभा की कार्यवाही में विधायकों ने पेपर लेस की तरफ रुचि दिखाई है. विधायकों के अब तक 1682 प्रश्न विधानसभा सचिवालय के पास आए हैं इसमें 1499 प्रश्न विधायकों ने ऑनलाइन लगाएं है. इससे भारी मात्रा में कागज की बचत होगी.


 हर साल 4 हजार 650 सवाल पूछे गए 


दरअसल राज्य का बजट सत्र 7 मार्च से शुरू होने जा रहा है. बजट सत्र की तैयारी को लेकर शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने प्रेस कांफ्रेंस किया है. विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने प्रेस कांफ्रेंस बताया कि आईआईटी खड़गपुर के पर्यावरण विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग से एक अध्ययन कराया गया है उसकी रिपोर्ट में ये पता चला है कि पिछले 8 सालों में विधायको ने 36 हजार 650 सवाल लगाएं हैं. यानी हर साल 4 हजार 650 सवाल पूछे गए हैं. 


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इतने कागज की हुई बचत


विधायकों द्वारा प्रश्न पूछने से उसका उत्तर आने के प्रत्येक चरण में करीब 100 पेज का उपयोग होता है. ऐसे में सालाना 4 लाख 55 हजार पेज खर्च होते हैं. अगर कागज का खर्च रुकता है तो करीब 2.2 टन कागज की बचत होगी. इससे हर साल 9. 68 टन लकड़ी या 58 बड़े पेड़ काटने से बच जाएंगे. वहीं आगे समझिए अगर लकड़ी से कागज बनाने की प्रक्रिया में एक लाख लीटर पानी की बचत होती इसके अलावा एक साल जितना 73 घरेलू फ्रिज से बिजली खपत होगी उतनी बिजली बच जाएगी.


9 मार्च को सीएम पेश करेंगे बजट


गौरतलब है कि 2 फरवरी को विधानसभा सचिवालय ने बजट सत्र के लिए अधिसूचना जारी की है. इस बार बजट सत्र 7 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च तक चलेगा. इस सत्र में कुल 13 बैठके होंगी. इस सत्र की शुरुआत में राज्यपाल का अभिभाषण होगा इसके बाद 8 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. वहीं 9 मार्च को 12: 30 बजे सीएम भूपेश बघेल 2022- 23 का वार्षिक बजट पेश करेंगे. इसके बाद 10 मार्च को बजट पर चर्चा होगी और 11 से 23 मार्च तक विभागवार चर्चा होगी.


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