Chhattisgarh News: ईडी ने कथित अवैध सट्टेबाजी और जुआ ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोमवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bupesh Baghel) के एक राजनीतिक सलाहकार और एक ओएसडी (विशेष कार्य अधिकारी) से पूछताछ की. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और ओएसडी मनीष बंछोर के बयान दर्ज किए.


बता दें कि, ईडी ने पिछले हफ्ते वर्मा और बंछोर दोनों के परिसरों पर छापे मारे थे. उसके बाद उन्हें स्थानीय ईडी कार्यालय में जांच में शामिल होने के लिए कहा गया था. एजेंसी ने 'महादेव ऑनलाइन बुक' नामक कथित अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनमें सहायक उप-निरीक्षक चंद्रभूषण वर्मा, कथित हवाला कारोबारी अनिल दम्मानी एवं उसके भाई सुनील दम्मानी और सतीश चंद्राकर शामिल हैं.


भूपेश बघेल ने लगाया साजिश का आरोप


आरोप है कि गिरफ्तार पुलिसकर्मी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) से जुड़े उच्च-पदस्थ अधिकारियों और नेताओं को प्रभावित करने के लिए वर्मा के साथ अपने संबंधों और दुबई से प्राप्त हवाला राशि का इस्तेमाल किया. इस कार्रवाई के तुरंत बाद बघेल ने आरोप लगाया था कि उनके सहयोगियों पर ईडी और आयकर विभाग के छापे राज्य सरकार को बदनाम करने और परेशान करने के दुर्भावनापूर्ण प्रयास हैं. विनोद वर्मा ने 24 अगस्त को संवाददाता सम्मेलन कर कहा था कि उनके पास गलत तरीके से कमाया गया एक पैसा भी नहीं है.


छत्तीसगढ़ में 72 मामलों में 400 गिरफ्तारी- सीएम बघेल


महादेव एप पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा कार्रवाई छत्तीसगढ़ में हुई है. अब तक 72 मामले दर्ज किए जा चुके हैं और 400 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. छत्तीसगढ़ में आनलाइन सट्टा एप का कोई आफिस नहीं है. इसके बावजूद राज्य सरकार की ओर से इस मामले भरपूर कार्रवाई हुई है.



Chhattisgarh: जब चुनाव प्रचार के दौरान एक दूसरे से टकराए बीजेपी-कांग्रेस के नेता, देखें फिर क्या हुआ?