Chhattisgarh Monsoon: छत्तीसगढ़ में मानसून की बेरुखी से किसान परेशान, मंत्री ने सभी डीएम से मांगी रिपोर्ट
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कुछ जिले ऐसे हैं, जहां इस साल मानसून के दौरान औसत से कम वर्षा हुई है, जिसकी वजह से खरीफ की फसल लेने वाले किसानों के सामने विकट स्थिति पैदा हो गई है.
Chhattisgarh Latest News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में मानसून (Monsoon) की बेरुखी ने किसानों को परेशानी में डाल दिया है. पिछले 10 दिन में राज्य में बारिश के बादल नजर नहीं आ रहे हैं. तेज धूप ने उल्टा गर्मी बढ़ा दी है. इससे किसानों के खेत सूखने लगे हैं. उत्तर छत्तीसगढ़ के जिलों में हालत और खराब हैं. अल्प वर्षा को लेकर राज्य सरकार भी चिंतित नजर आ रही हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) के निर्देश के बाद अब राजस्व विभाग के मंत्री ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा है.
दरअसल बुधवार को प्रदेश के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने राज्य के सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर प्रदेश में मानसून 2022 में कम वर्षा/खंड वर्षा के कारण सूखा की स्थिति होने पर तत्काल कार्यवाही किए जाने के लिए निर्देशित किया है. राजस्व मंत्री ने सभी कलेक्टरों को जिले में सूखे की स्थिति की रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के कई जिले के कई तहसीलों में सूखे की स्थिति उत्पन्न हो रही है. राजस्व मंत्री ने कलेक्टरों से सूखा प्रभावित इलाकों में आकलन के आधार पर जो फसल प्रभावित हो रही है, उसकी जानकारी मांगी है.
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औसत से कम बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य के कुछ जिले ऐसे हैं, जहां इस साल मानसून के दौरान औसत से कम वर्षा हुई है, जिसकी वजह से खरीफ की फसल लेने वाले किसानों के सामने विकट स्थिति पैदा हो गई है. जुलाई महीना बीत जाने के बावजूद भी खेतों में आधे से अधिक हिस्से में धान की बुआई और रोपाई नहीं हो पाई है और जहां रोपाई हो भी गई है, पानी के अभाव में खेत सूख रहे हैं, यहां तक कि खेतों में दरारें पड़ गई हैं. ऐसी स्थिति में किसान भविष्य को लेकर बहुत चिंतित है.
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