Chhattisgarh Monsoon Update: छत्तीसगढ़ में पिछले 4 दिन से लगातार बारिश हो रही है. राज्य के लगभग सभी जिले में बारिश हो रही है लेकिन उत्तर छत्तीसगढ़ में बारिश का ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. सरगुजा संभाग और बिलासपुर संभाग ने मूसलाधार बारिश के कारण कई नदी नाले उफान पर आ गए है. खासकर छत्तीसगढ़ की जीवन रेखा मानी जाने वाली महानदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. इस कारण महानदी के किनारे में बसे जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. इसका असर राजधानी रायपुर में भी दिख रहा है.
खारुन नदी का जल स्तर खतरें के निशान के करीब!
दरअसल छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर खारुन नदी के तट पर बसा है. खारुन नदी शिवनाथ नदी से मिलती है और ये शिवनाथ नदी महानदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है. इस लिए सभी नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. रायपुर के खारुन नदी में जल स्तर खतरें के निशान के करीब पहुंच गया है. लगातार बारिश के कारण दुर्ग और रायपुर को जोड़ने वाली पुल भी लबालब भर गया है. हालाकि अभी भी खारुन नदी खतरें के निशान से कुछ नीचे बह रही है. लेकिन एहतियातन महादेव घाट में चलने वाले नाव को अभी बंद कर दिया गया है. लगातार बढ़ते जल स्तर को देखने के लिए लोगों की भीड़ भी उमड़ रही है.
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में 10 साल का रिकॉर्ड टूटा
रायपुर मौसम विभाग ने बारिश को लेकर नया अपडेट दिया है. इसके अनुसार आज (4 August) प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरबा जिले में बारिश रिकॉर्ड की गई है. रायपुर मौसम विभाग के अनुसार 110.4 एमएम बारिश रिकॉर्ड किया जा चुका है. इसके अलावा बिलासपुर में 95.7 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है. वहीं प्रदेशभर की बात करें तो बजापुर जिले को छोड़कर राज्य के सभी जिलों में जोरदार बारिश हो रही है.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में बारिश पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. 1 जून से 4 अगस्त तक जिले में 534.5 एमएम बारिश होती थी. लेकिन इस सीजन अबतक 561.2 एमएम बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है. वहीं आज 72 एमएम बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है.
कल भी पूरे प्रदेश में बदल छाएं रहने की संभावना
रायपुर मौसम विभाग के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कल भी हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. इसके अलावा प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात भी होने की संभावना है. वहीं अरब सागर से वातावरण के निम्न स्तर पर बहुत अधिक मात्रा में नमी आ रही है जिसके कारण प्रदेश में सामान्यतः बादल छाये रहने की संभावना है. लेकिन उन्होंने राहत की बात ये बताई है कि 4 दिन बाद शुक्रवार से सूर्य दिखने के आसार भी जताया है. यानी अधिकतम तापमान में वृद्धि का दौर भी शुक्रवार से प्रारंभ होने की संभावना है.
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