Mungeli News: छत्तीसगढ़ के मुंगेली से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक माता-पिता इंसानियत को शर्मसार करते हुए अपनी नवजात बच्ची को खेत में फेंक गए. वहीं एक मादा कुत्तों ने रातभर अपने शावकों के साथ इस बच्ची को ठंड से बचाए रखा. यही नहीं कुत्तों ने बच्ची के शरीर पर एक खरोच तक नहीं आने दी.


इंसान की क्रूरता पर जानवरों की ममता
रातभर मादा कुत्तों ने नग्न अवस्था में पड़ी बच्ची को अपने शावकों के साथ ठंड से बचाती रही. सुबह गांववालों ने खेत के पैरा में कुत्तों के शावकों के साथ रोती बिलखती हुई बच्ची को देखा. तो गांववालों ने बच्ची को अस्पताल पहुंचाया, जहां बच्ची स्वस्थ है. घटना मुंगेली जिले के लोरमी तहसील के सारेसताल गाँव की है. यहां एक नवजात बच्ची को बिना उसके शरीर से उसकी गर्भनाल अलग किए क्रूर माता पिता ने देर रात के अंधेरे में गांव के एक खेत में धान के पैरा पर छोड़ चले गए थे. जिस जगह क्रूर माता पिता ने बच्ची को छोड़ा उस जगह एक मादा कुत्तों अपने शावकों के साथ आ पहुंची थी. बस फिर क्या था इस जानवर का ममत्व जाग उठा और ये मादा कुत्तों अपने शावकों के साथ रातभर इस नन्ही परी को ठंड से बचाती रही. यहां तक की उसके शरीर पर इस मादा कुत्तों ने एक खरोच तक नहीं आने दी. सुबह 11 बजे के करीब किसी ने खेत में कुत्तों के शावकों के बीच रोती हुई बच्ची की आवाज सुनी और गाँववालो को इसकी खबर दी. जिसके बाद गांववाले वहाँ पहुंचे ये नजारा देखकर गांव के लोग भी जानवरों का ममत्व देखकर हतप्रभ रह गए.

बच्ची को चाइल्ड लाइन के किया हवाले
गांव के पंच सुक्खू दादा का कहना है कि 11 बजे के करीब हमें जानकारी मिली कि कुत्तों के शावकों के साथ एक बच्ची रो रही है. हमने आकर देखा तो कुत्तों के शावक बच्ची के साथ खेल रहे थे. उसके शरीर पर खरोच का निशान तक नहीं था. हमनें बिना देर किए पुलिस को सूचना दी और बच्ची को अस्पताल पहुंचाया. मुंगेली एसपी दुखुराम आंचला ने बताया कि गाँव के पैरावट में एक दिन की नवजात कुत्तों के शावकों के साथ मिली जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया और उसका इलाज करवाया गया. स्वस्थ पाए जाने पर उसे चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है और पुलिस मामले की जाँच में जुट गई है.


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