Udaipur Murder Case News: उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की निर्मम हत्या की घटना की छत्तीसगढ़ के मुस्लिम समुदाय ने कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि इस्लाम में कभी कत्ल की इजाजत नहीं है. ऐसे लोग समाज को बदनाम करने और दंगा फसाद करवाने की मानसिकता वाले लोग हैं. इन लोगों पर संविधान के अनुरूप सजा मिलनी चाहिए. वहीं मुस्लिम समुदाय ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा है.
हिंदू संगठनों द्वारा किया जा रहा विरोध प्रदर्शन
उदयपुर की घटना के बाद देशभर में आक्रोश है. जगह जगह हिंदू संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. ऐसे छत्तीसगढ़ के मुस्लिम समुदाय के लोगों से एबीपी न्यूज ने बातचीत की है. क्योंकि छत्तीसगढ़ में कई बार ऐसा अवसर आया जब हिन्दू मुस्लिम भाईचारा की तस्वीर देखने को मिली है.
नेता वोट बैंक के लिए करते हैं धर्म की सियासत
रायपुर के सैय्यद मोहम्मद अशरफ ने उदयपुर की घटना पर कहा कि देशभर में हिंदू - मुस्लिम झगड़े की पीछे बड़ी वजह राजनीति है. सियासत ने इस घर को आग लगा दी. हर छोटा नेता चाहता है कि समाज मिल कर रहे लेकिन बड़ा नेता हावी हो जाता है वो नहीं चाहता कि एक दूसरे से आपस में मेल जोल रखा जाए.
धर्म की सियासत खेलकर अपने वोट बैंक सुधारने का काम करता है. हमें जितना गम लिंचिग पर हुआ था उसी तरह से गम कन्हैया लाल पर हुआ है. इस तरह की वारदात इस्लाम से कोई ताल्लुक नहीं रखती. हम उस इस्लाम को मानने वाले है जिसने हमेशा सलामती की तालीम दी हो. मोहम्मद पैगंबर ने कभी तलवार नहीं चलाई.
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
रायपुर के मोवा क्षेत्र के रहने वाले अजीम खान ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा ''ये पहली घटना नहीं है इससे पहले भी कई घटनाएं हुई हैं. अगर इसपर केंद्र सरकार रोक लगाती तो ऐसा नहीं होता. वहीं नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने पर समुदाय के लोगों ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा '' नूपुर शर्मा के चलते देशभर में ये माहौल बना हुआ है. अगर उनकी गिरफ्तारी या कोई एक्शन केंद्र सरकार लेती तो ऐसी स्थिति नहीं होती. लेकिन कहीं न कहीं एक समाज को कुछ सालों से टारगेट किया जा रहा है.
'हम हिंदुस्तान के कामयाबी की दुआ करते हैं'
कन्हैया लाल के हत्यारे को लेकर रायपुर के मोहम्मद अनीसुर रहमान ने कहा कि जिस नबी के लिए उसने कत्ल किया वो नबी इसकी इजाजत नहीं देता है. न हमारा नबी पत्थर उठाने का इजाजत देता है न किसी के कत्ल करने का इजाजत देता है. हिन्दू समाज हो या मुस्लिम समाज किसी भी समाज में हत्या की इजाजत नहीं है. हम हिन्दुस्तान में रहने वाले संविधान को मानते हैं. हम अपनी दुआओं में हिंदुस्तान की कामयाबी की दुआ करते हैं.
व्हाट्सएप और फेसबुक की टिप्पणी पर हो निगरानी
देश में बिगड़ते हालात पर रायपुर मुस्लिम समाज के एजाज कुरैशी ने कहा कि ये कत्ल करने वाले लोग समाज में भेदभाव बढ़ाने के लिए समाज को बदनाम करने और दंगे फसाद करने के मानसिकता रखते हैं. ये लोग समाज के नहीं होते हैं. इसके लिए हम चाहते हैं ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ऐसा कानून बनाया जाए जिससे देश में फेसबुक और व्हाट्सएप में की जा रही टिप्पणी जिससे माहौल खराब हो उसपर उचित की जाए.
इसे भी पढ़ें:
Chhattisgarh: उदयपुर घटना पर बीजेपी सांसद सरोज पांडे का आरोप- जहां कांग्रेस की सरकार, वहां...