Chhattisgarh News:  छत्तीसगढ़ के बस्तर में धर्मांतरण का मुद्दा गरमाया हुआ है. नारायणपुर जिले में बीते दिनों धर्मांतरण को लेकर उपजे विवाद के बाद अब तेजी से पूरे बस्तर संभाग में इसकी आग फैलने लगी है. साथ ही बस्तर के विभिन्न  आदिवासी सामाजिक संगठन सरकार से धर्मांतरण रोकने की मांग कर रहे हैं. वहीं इन सबके बीच विभिन्न आदिवासी समाज के पदाधिकारी धर्मांतरण करने वाले लोगों के आरक्षण को  खत्म करने की भी मांग कर रहे हैं.


इससे पहले भी आदिवासी समाज के साथ ही  जनजाति सुरक्षा मंच और बीजेपी भी  धर्मांतरण किए लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं देने की मांग करता रहा है. अब नारायणपुर में  विवाद बढ़ने के बाद छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज अपनी आवाज बुलंद करते हुए धर्मांतरण किए हुए लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं देने की मांग कर रहा है.


धर्मांतरण पर विवाद बढ़ने के बाद उठी मांग 
दरअसल  छत्तीसगढ़ में पहले ही आरक्षण का मुद्दा भी गर्माया  हुआ है. इसको लेकर पिछले कई महीनों से बीजेपी और कांग्रेस के बीच घमासान मचा हुआ है. बस्तर संभाग के खासकर यहां के तीन जिलों में धर्मांतरण को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है. अब इस विवाद हिंसा का रूप ले लिया है. नारायणपुर में हालात बिगड़ने के बाद जगह-जगह धर्मांतरण के विरोध में आदिवासी समाज धरना प्रदर्शन करने के साथ नगर भी बंद  कर रहे हैं.


सर्व आदिवासी समाज के संभाग  प्रभारी राजाराम तोड़ेंम ने क्या कहा
छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के संभाग  प्रभारी राजाराम तोड़ेंम ने कहा कि बस्तर के  आदिवासी अपनी रीति रिवाज और अनोखी परंपरा के लिए पूरे विश्व में जाने जाते हैं, लेकिन कुछ सालों से मिशनरी के लोग आदिवासियों को बहला-फुसलाकर अपने धर्म में शामिल कर रहे हैं.  ऐसे में आने वाले समय में आदिवासियों की परंपरा पर खतरा बना हुआ है. इन मिशनरी लोगों की बातों में आकर कुछ आदिवासी अपने  मूल धर्म और परंपरा को ना छोड़े इसके लिए उनके घर वापसी का भी प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जो लोग धर्मांतरण करने के बाद वापस नहीं आना चाह रहे हैं. ऐसे लोगो को आरक्षण का लाभ नहीं देने की मांग छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज राज्य और केंद्र सरकार से कर रही है.


बीजेपी ने भी आरक्षण समाप्त करने का किया समर्थन
इधर विभिन्न आदिवासी समाज के संगठन और आदिवासी जनजाति सुरक्षा मंच के साथ साथ बीजेपी भी धर्मांतरण के विरोध में लगातार संभाग के सातों जिलों में धरना प्रदर्शन कर रही है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री केदार कश्यप का भी कहना है कि बस्तर में धर्मांतरण एक बड़ी समस्या बन गया है. यहां भोले भाले आदिवासी ग्रामीणों को मिशनरी लोग धर्म परिवर्तन करा रहे हैं. यहां धर्म बदलने वाले  आदिवासी ही आदिवासियों के दुश्मन बन बैठे हैं. इसके जिम्मेदार मिशनरी के लोग हैं. केदार कश्यप ने  कहा कि जिन लोगों ने धर्मांतरण किया है, वो भी अपने लोग हैं. इसलिए उन्हें घर वापसी की सलाह दी जा रही है. वहीं जो लोग ईसाई समुदाय को अपना लिए हैं और घर वापसी नही करना चाहते हैं. ऐसे लोगो का आरक्षण का लाभ समाप्त करने की मांग बीजेपी कर रही हैं.


कांग्रेस ने कहा-आरक्षण पर सभी का अधिकार
इधर बीजेपी और छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के साथ ही आदिवासी जनजाति सुरक्षा मंच भी धर्मांतरण किए लोगों की आरक्षण समाप्त करने की मांग कर रही है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि आरक्षण सभी को मिलने वाला अधिकार है. जो भी लोग इसके दायरे में आते हैं उनके आरक्षण समाप्त नहीं किए जा सकते. उन्होंने भी माना है कि धर्मांतरण बस्तर की एक बड़ी समस्या बन गई है, लेकिन जहां तक आरक्षण की बात है उससे किसी भी  लाभार्थी को वंचित नहीं किया जा सकता. वहीं इन सबके बीच विभिन्न आदिवासी  समाज के पदाधिकारी धर्मांतरण करने वाले लोगों के आरक्षण  खत्म करने की भी मांग कर रहे हैं.


Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में गरजे अमित शाह, बोले- 'नरेंद्र मोदी को 2024 में PM बनाना है, राज्य में बनानी होगी BJP सरकार'