Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में गरमाया धर्मांतरण का मुद्दा, हजारों आदिवासियों ने निकाली रैली, हिंसा में एसपी घायल
Chhattisgarh: जशपुर के आदिवासी समाज के लोग रैली की शक्ल में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. गणेश राम भगत ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला.
Jashpur News: छत्तीसगढ़ में इन दिनों धर्मान्तरण का मुद्दा गरमाया हुआ है. हाल ही में आदिवासी बाहुल्य नारायणपुर जिले में इसी मसले को लेकर जमकर बवाल हुआ. हालात इस कदर बिगड़े की आक्रोशितों ने चर्च में तोड़फोड़ कर दी. वहीं पुलिस ने हिंसा रोकने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने एसपी सदानंद कुमार पर हमला कर सिर फोड़ दिया.
हमले में एसपी के सिर में चोट लगी, वे लहूलुहान हो गए. वहीं बवाल के बाद इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी भी की है. इसी क्रम में आज जशपुर जिले में धर्मांतरण के विरोध में अखिल भारतीय जनजातीय सुरक्षा मंच के बैनर तले हजारों आदिवासियों ने रैली निकाली.
राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा
जशपुर के आदिवासी समाज के लोग रैली की शक्ल में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. इस दौरान जनजातीय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला किया. उनका कहना था कि छत्तीसगढ़ सरकार छत्तीसगढ़ को ईसाईयत बनाना चाह रही है, ये हम होने नहीं देंगे. नारायणपुर में निर्दोष हिंदू आदिवासियों को जबरन पकड़ कर जेल में बंद किया जा रहा है. उन्हें तत्काल सरकार जेल से रिहा करे. बता दें कि कल गणेश भगत बस्तर के नारायणपुर जाएंगे और हिंदू आदिवासियों और पीड़ितों से मुलाकात करेंगे.
क्या कहा गणेश राम भगत ने?
गणेश राम भगत ने बताया कि आज बस्तर जल रहा है. हमारे निर्दोष लोगों को जेल में ठूंसा जा रहा है. आज हम राष्ट्रपति को कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन देने के लिए आए हैं. हम छत्तीसगढ़ के लोग बहुत आक्रोशित हैं. सरकार को अपना काम करना चाहिए. बस्तर में जंगल के अंदर रहने वाले लोगों ढूंढ़ ढूंढकर पुलिस पकड़ रही है, हमने क्या गुनाह किया, आदिवासी हैं तो आप हैं. आदिवासी जिस दिन समाप्त हो जाएंगे, उसको कमजोर करोगे, तो नक्सलवाद और आतंकवाद नहीं छोड़ेगा.
गणेश भगत ने कहा कि कल हम नारायणपुर जा रहे हैं. हमारे जनजातीय समाज के लोग वहां मार खा रहे है, परेशान हो रहे हैं, उन्हें जेल में ठूंसा जा रहा है और मैं जशपुर में कीर्तन करूंगा. उन्होंने कहा कि मैं उनके साथ जा रहा हूं, उनसे मिलने जा रहा हूं. वहां की स्थिति के बारे में हम जायजा लेंगे और अगर सरकार बेशर्मों के जैसे ऐसे काम करेगी, तो पूरे प्रदेश के अंदर इस आंदोलन को खड़ा करेंगे.
सरकार पर लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि हम सरकार को छोड़ने वाले नहीं हैं. धर्मांतरण जिला मजिस्ट्रेट के बिना नहीं हो सकता है, सरकार सो रही है. इस सरकार को हम बर्खास्त करने की मांग करते हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या कर रहा है प्रशासन? क्या कर रही है सरकार? यह सरकार मिली जुली है. पूरी सरकार मिलकर प्रदेश को ईसाईयत बनाना चाहती है, हम बनने नहीं देंगे. अभी जीतने भी धर्मांतरित लोग हैं उनका आरक्षण बंद होने वाला है. इसके डर से ये लोग लाठी डंडा चलाने का प्रयत्न कर रहे है. जिसको सरकार संरक्षण दे रहे है, लेकिन हम भी कमजोर नहीं हैं.
धर्मांतरण के मसले को लेकर गणेश भगत ने आगे कहा कि चंगाई के बहाने लोग क्या कर रहे हैं? देश को कमजोर होने नहीं देंगे, धर्मांतरण नहीं होने देंगे. इसलिए आज राष्ट्रपति को ज्ञापन देने के लिए कलेक्टर के माध्यम से आए थे. सरकार से हम चाहते हैं कि जो भी हमारे निर्दोष लोगों को जेल के अंदर बंद किया है और लोगों को खोज खोजकर बंद किया जा रहा है, ये सभी षडयंत्र को बंद करें. जेल में आदिवासी बंद हैं, उनको रिहा करें, नहीं तो पूरे प्रदेश के अंदर आंदोलन चलेगा. उन्होंने कहा कि आज जशपुर में जैसा ज्ञापन दे रहे हैं, वो पूरे प्रदेश में दिया जाएगा.