Chhattisgarh Church Vandalized: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में एक गिरजाघर में तोड़फोड़ की खबरों का स्वत: संज्ञान लिया और राज्य सरकार से एक रिपोर्ट सौंपने को कहा. लोगों के एक समूह द्वारा सोमवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरजाघर में कथित तौर पर तोड़फोड़ की गई थी और एक वरिष्ठ पुलिसकर्मी पर हमला किया गया था जिसमें वह घायल हो गये थे. अल्पसंख्यक आयोग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि उसने कथित तोड़फोड़ की खबरों का स्वत: संज्ञान लिया है और राज्य सरकार से एक रिपोर्ट मांगी है.


आयोग ने कही ये बात
आयोग ने कहा, ‘‘इस तरह की घटनाओं से ईसाई अल्पसंख्यक समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है. आयोग ने छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्य सचिव से अनुरोध किया है कि वह इस मामले पर 13 जनवरी, 2023 तक एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपे.’’ आदिवासी बहुल क्षेत्र में कथित धर्मांतरण के विरोध में सोमवार को लगभग 2,000 लोगों ने नारायणपुर में एक जनसभा की थी, जिसमें ज्यादातर आदिवासी थे. बैठक के बाद भीड़ समूहों में तितर-बितर हो गई थी. उनमें से कुछ एक स्कूल परिसर में स्थित गिरजाघर में घुस गए थे और उसमें कथित तौर पर तोड़फोड़ की थी.


इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के अनुसार, नारायणपुर पुलिस ने मंगलवार को एक स्कूल परिसर के अंदर एक चर्च पर हमले और पुलिस कर्मियों पर हमले के मामले में एक स्थानीय बीजेपी नेता सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. कुल मिलाकर, पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दंगा करने, पुलिस कर्मियों पर हमला करने और चर्च में तोड़फोड़ करने के लिए तीन प्राथमिकी दर्ज की हैं. सोमवार को चर्च में हुए हमले में नारायणपुर के एसपी सदानंद कुमार के सिर में चोट लग गई थी.


गिरफ्तार लोगों की पहचान बीजेपी नेता रूपसाई सलाम (55), पवनकुमार नाग (24), अतुल नेताम (24), अंकित नंदी (31) और डोमेंद्र यादव (21) के रूप में हुई है. पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए मंगलवार को बीजेपी के दो सांसदों और एक विधायक को भी नारायणपुर में प्रवेश करने से रोक दिया.


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