(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बस्तर में लाल आतंक का खत्मा कर रहे जवान, ऑपरेशन 'कगार' के तहत दो दिन में 31 नक्सली गिरफ्तार
Naxal Encounter: पिछले दो दिनों में ही बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले में जवानों ने गश्ती के दौरान 31 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. इन नक्सलियों में कई इनामी नक्सली भी शामिल हैं.
Bastar Operation Kagar Against Naxal: छत्तीसगढ़ के बस्तर में पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में जवानों को लगातार सफलता मिल रही है. एक तरफ जहां जवान नक्सलियों से हो रही आमने-सामने की मुठभेड़ में लगातार उनका एनकाउंटर कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ जवानों के खौफ को देखते हुए लगातार नक्सली आत्म समर्पण कर सरकार की मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं. इसके अलावा एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान जवान नक्सलियों को गिरफ्तार करने में भी सफलता हासिल कर रहे हैं.
पिछले दो दिनों में ही बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले में जवानों ने गश्ती के दौरान 31 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. इन नक्सलियों में कई इनामी नक्सली भी शामिल हैं. दंतेवाड़ा पुलिस ने बुधवार को 15 और बीजापुर पुलिस ने गुरुवार को 16 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुए सभी नक्सली कई बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल रह चुके हैं. वहीं उनकी गिरफ्तारी से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है.
DRG और कोबरा के जवानों को मिली सफलता
बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि 26 मई को माओवादियो के बंद के आह्वान के दौरान जिले के थाना गोरना- पड़ियापारा में DRG और कोबरा बटालियन के जवानों गश्ती पर निकले थे. इस दौरान घेराबंदी कर 11 माओवादियों को पकड़ा गया, इसके अलावा जिले के ही उसूर थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ कोबरा के जवानों ने भूसापुर के जंगल से पांच जनमिलिशिया सदस्यों को गिरफ्तार किया.
पकड़े गए माओवादी लंबे समय से माओवादी संगठन में सक्रिय रूप से काम कर रहे थे. इनके खिलाफ जिले के अलग-अलग थाना में आईईडी प्लांट करने, शासन विरोधी पंपलेट बैनर लगाने, आगजनी की वारदात और आईईडी ब्लास्ट करने के साथ सीआरपीएफ जवानों पर हमला करने जैसे मामले दर्ज हैं. मुख्य रूप से जिन नक्सलियों को जवानों ने गिरफ्तार किया है, उसमें बीते 25 मई को बीजापुर में हुए आईईडी ब्लास्ट की घटना के मामले में यह नक्सली शामिल रहे हैं.
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों के खिलाफ थाना कोतवाली और उसूर में मामले दर्ज है. वैधानिक कार्रवाई के बाद न्यायिक रिमांड पर न्यायालय में पेश किया गया और यहां से इन्हें जेल भेज दिया गया है. वहीं दंतेवाड़ा में भी बीते 29 मई को जवानों ने एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान 15 नक्सलियों को गिरफ्तार किया. इन नक्सलियों में महिला नक्सली भी शामिल है. बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में बैठे इन नक्सलियों को घेराबंदी कर जवानों ने धर दबोचा.
पांच लाख का ईनामी नक्सली गिरफ्तार
हालांकि इनमें से कई स्थानीय नक्सली शामिल है जो बड़े माओवादी लीडर के लिए सहयोग के रूप में काम किया करते थे और आगजनी के साथ-साथ सड़क मार्ग को खोदकर रास्ता बंद करना, रेल पटरी उखाड़ना जैसे मामलों में संयुक्त रहे हैं. इनके खिलाफ ही दंतेवाड़ा जिले के अलग-अलग थाना में अपराधिक मामले दर्ज हैं. फिलहाल इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
वहीं बुधवार को ही सुकमा जिले में भी एक पांच लाख की ईनामी नक्सली को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार महिला नक्सली बारसे मुये दरभा डिवीजन मेडिकल टीम की प्रभारी और मलगेर एरिया कमेटी के सदस्य है. इस पर सुकमा पुलिस ने पांच लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था. गिरफ्तार नक्सली के पास से जंगल में छुपा कर रखे हुए नक्सलियों का विस्फोटक सामान भी बरामद किया गया है.