Chhattisgarh Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में मौजूद ओरछा उप स्वास्थ्य केंद्र में उस वक्त हड़कम्प मच गया, जब एक ग्रामीण गोली लगने से घायल होकर इलाज के लिए ओरछा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा. ग्रामीण को हाथ और पीठ में गोली लगी है जिससे ग्रामीण की हालत नाजुक बनी हुई है.
ओरछा स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद घायल ग्रामीण को नारायणपुर जिला अस्पताल भेजा गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे जगदलपुर के डिमरापाल मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल रेफर कर दिया गया है. घायल ग्रामीण के साथ उसके परिजन भी पहुंचे हुए हैं, परिजनों ने बताया कि नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके से करीब 45 किलोमीटर पैदल चलाकर वे घायल ग्रामीण को ओरछा स्वास्थ्य केंद्र तक पहुचाएं.
मार गिराया था 8 नक्सलियों को
इधर जानकारी मिलते ही नारायणपुर पुलिस की टीम भी जिला अस्पताल पहुंची, नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने अंदेशा जताया है कि बीते 23 मई को अबूझमाड़ के रेकावाया इलाके में दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बस्तर पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया था और नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में 8 नक्सलियों को मार गिराया था, इस दौरान दावा किया गया था कि कई नक्सलियों को गोली लगी है और वह घायल हुए हैं, ऐसे में इस घायल ग्रामीण को पुलिस नक्सली बता रही है.
हालांकि एसपी का कहना है कि पहले इस मामले की पूरी जांच की जाएगी उसके बाद यह नक्सली है या ग्रामीण इसकी पुष्टि हो पाएगी, एसपी ने कहा कि फिलहाल जवानों की सुरक्षा में घायल ग्रामीण का इलाज जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में किया जा रहा है.
23 मई को रेकावाया में हुई थी पुलिस- नक्सली मुठभेड़
हालांकि घायल ग्रामीण की स्थिति नाजुक होने की वजह से अब तक पुलिस ने ग्रामीण से कोई बातचीत नहीं की है, लेकिन बताया जा रहा है कि ग्रामीण सादे वेशभूषा में ही करीब 45 किलोमीटर पैदल चलकर नारायणपुर के ओरछा स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचा और उसके बाद यहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया, ग्रामीण को गोली कैसे लगी, क्या वहां 23 मई को रेकावाया में हुई पुलिस- नक्सली मुठभेड़ में नक्सलियों की तरफ से शामिल रहा या पुलिस की क्रॉस फायरिंग में या नक्सलियों के क्रास फायरिंग में गोली लगने से घायल हुआ.
वार्ड के बाहर लगाई गई है पुलिसकर्मियों की ड्यूटी
इस बात का जवाब अब तक नहीं मिल पाया है, डिमरापाल अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अनुरूप साहू का कहना है कि फिलहाल जवान का इलाज जारी है और उसकी हालत खतरे से बाहर बनी हुई है, वही नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार का कहना है कि अस्पताल में वार्ड के बाहर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है ,फिलहाल जांच के बाद की यह पता चल पाएगा कि यह ग्रामीण है या नक्सली इस मामले की जांच के बाद और घायल ग्रामीण से पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
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