अबूझमाड़ में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, ITBP जवानों ने बरामद किया जंगल में प्लांट IED
Chhattisgarh Naxal News: छत्तीसगढ़ में एंटी नक्सल ऑपरेशन से नक्सलियों का प्रभाव घटा है. बड़ी संख्या में नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ रहे हैं. बीते दिन दंतेवाड़ा में 4 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया.
Chhattisgarh Naxal News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जवानों के एक्शन से लाल आतंक का दायरा लगातार सिमट रहा है. बीते एक सालों में जवानों के एंटी नक्सल ऑपरेशन में कई मोर्चों पर बड़ी कामयाबी मिली है.
इसी कड़ी में आईटीबीपी के जवानों ने नक्सल ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों के जरिये प्लांट आईईडी की सूचना मिली. इसे जवानों ने निष्क्रिय कर दिया और नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया.
नारायणपुर जिला स्थित अबूझमाड़ के कुतुलनार के जंगलों में आईटीबीपी के जवानों ने नक्सलियों के जरिये प्लांट आईईडी बरामद किया है. आईटीबीपी के जवान क्षेत्र में नक्सल ऑपरेशन पर निकले थे. इसी दौरान उन्हें आईईडी प्लांट होने की भनक लगी. समय रहते जवानों ने इस आईईडी का पता लगाकर निष्क्रिय कर दिया और एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया.
दंतेवाड़ा में चार नक्सलियों ने किया सरेंडर
इससे पहले कल दंतेवाड़ा में 20 लाख रुपये के चार इनामी नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. जिनमें तीन महिला और एक पुरुष नक्सली शामिल है. पुलिस के मुताबिक, सरेंडर करने वाले नक्सलियों में से एक पति-पत्नी हैं, जिनके सिर पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था.
इसके अलावा दो अन्य महिला नक्सलियों में से एक पर तीन लाख का और दूसरी पर एक लाख रुपये का इनाम था पुलिस ने साल 2020 में नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़ने और मुख्यधारा से जोड़ने के लिए 'लोन वर्राटू' (स्थानीय गोंडी बोली का शब्द जिसका अर्थ है अपने घर या गांव लौट आओ) अभियान शुरू किया है.
डेक्कन हेराल्ड की खबर के मुताबिक, इस अभियान के तहत अब तक यहां पर 197 इनामी नक्सलियों सहित 872 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ कर सरेंडर कर दिया है. इन्हें सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ दिया गया है.
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