(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh Crime: नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में ग्रामीण को उतारा मौत के घाट, ली हत्या की जिम्मेदारी
Koyalibeda Crime News: जूंगड़ा गांव के निवासी सनकू राम गोटा की हत्या कर नक्सलियों ने उसके शव को कोयलीबेड़ा के जंगल मे फेंक दिया था. वहीं इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
Kanker Naxalite Crime News: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के नक्सल प्रभावित जूंगड़ा गांव के एक ग्रामीण को नक्सलियो ने मौत के घाट उतार दिया है. और बड़ी संख्या में बैनर पोस्टर लगाकर हत्या की जिम्मेदारी ली है. दरअसल कुछ दिन पहले जूंगड़ा गांव के निवासी सनकू राम गोटा की हत्या कर नक्सलियों ने उसके शव को कोयलीबेड़ा के जंगल मे फेंक दिया था. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया था. मंगलवार को नक्सलियों ने कोयलीबेड़ा- आलपरस के रास्ते पर बैनर पोस्टर लगाकर ग्रामीण की हत्या की जिम्मेदारी ली है. नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी की शक में ग्रामीण की हत्या करना स्वीकार किया है. बैनर में नक्सलियों ने लिखा है कि नक्सली संगठन के गतिविधियों की सारी जानकारी कोयलीबेड़ा थाने में देने के कारण सनकू राम को मौत के घाट उतारा गया है.
26 जून को ग्रामीण की नक्सलियो ने की थी हत्या
कोयलीबेड़ा थाना प्रभारी ने बताया कि बीते 26 जून को दोपहर लगभग 1 बजे के आस-पास जूँगड़ा गांव के निवासी सनकु राम गोटा का शव पुलिस ने बरामद किया था. शव को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा था कि किसी ने निर्मम तरीके से सनकू राम की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी है.
पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर हत्या के वास्तविक कारणो की जांच करने के लिए टीम गठित कर जांच में जुट गई. और घटना कि सभी पहलूओ पर मामले की जांच कर रही थी. और आखिरकार मंगलवार को नक्सलियों ने खुद बैनर पोस्टर लगाकर ग्रामीण की हत्या की जिम्मेदारी ली और ग्रामीण पर पुलिस मुखबिरी का आरोप भी लगाया.
कोयलीबेड़ा में ही अपने साथी को भी उतारा था मौत के घाट
इधर कुछ दिन पहले कोयलीबेड़ा के जंगलो में ही नक्सलियों ने अपने ही साथी को मौत के घाट उतार दिया था. कोयलीबेड़ा के जंगलो में पुलिस को मृत नक्सली का शव बरमाद हुआ था. मृत नक्सली का नाम मानू दुग्गा बताया गया था. जो किसकोड़ो एरिया कमेंटी का सदस्य था. नक्सलियो ने संगठन की महिलाओं से अमर्यादित व्यवहार करने के चलते अपने साथी की हत्या करने की बात पर्चे में लिखी थी.
वहीं इस घटना के बाद 26 जून को एक ग्रामीण को भी कोयलीबेड़ा के जंगलो में मौत के घाट उतार कर फेंक दिया था और अब उस पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया है .गौरतलब है कि लगातार मुखबिरी के शक में नक्सली ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं . जिस वजह से हाल ही में कांकेर जिले के दौरे में आए देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पद्मश्री अजय मंडावी ने बस्तर में सीजफायर का निवेदन किया. जिससे निर्दोष ग्रामीणों किसी भी मूसीबत का सामना न करना पड़े और साथ ही हत्या पर रोक लग सके.
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