Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में माओवादियों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मौजूद एक पंचायत के सरपंच और उपसरपंच को जन अदालत लगाकर हाथ पैर काटने की धमकी दी है. नक्सलियों ने बड़ी मात्रा में पर्चे फेंककर और पेड़ों में बैनर टांगकर सरपंच और उपसरपंच को माइंस और डेम निर्माण के काम में सहयोग नहीं देने की चेतावनी दी है. और ऐसा करने पर जन अदालत लगाकर सजा सुनाने की बात कही है.
इधर नक्सलियों से मिली धमकी के बाद सरपंच और उपसरपंच में डर का माहौल बना हुआ है और दोनों ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है .दरअसल नक्सलियों ने गवाड़ी के आश्रित गांव गायतापारा में बैनर पोस्टर चस्पा किया है और बैनर पोस्टर के माध्यम से नक्सलियों ने बेसमेटा गांव के सरपंच और उपसरपंच को धमकी दी है. जिससे दोनों जन प्रतिनिधियों में डर का माहौल बना हुआ है.
बांध निर्माण और माइंस का समर्थन नहीं करने की दी चेतावनी
दरअसल नक्सलियों के गायतापारा एरिया कमेटी के द्वारा लगाए गए बैनर. पोस्टर में नक्सलियों ने बेसमेटा गांव के सरपंच और उपसरपंच को धमकी देते हुए बैनर में लिखा है कि दोनों के द्वारा इलाके में माइंस के काम में समर्थन दिया जा रहा है. माइंस की वजह से जल जंगल जमीन को भारी नुकसान पहुंचेगा .जिसके जिम्मेदार सरपंच और उपसरपंच होंगे. यही नहीं नदी का पानी रोकने के लिए बांध का निर्माण किया जा रहा है और इसमें भी सरपंच और उपसरपंच ने अपना पूर्ण समर्थन दिया है. नक्सली संगठन नहीं चाहते हैं कि नदी में बांध का निर्माण कराया जाए. इस वजह से तत्काल इस काम को रोकने और माइंस के काम में समर्थन नहीं देने की चेतावनी नक्सलियों ने सरपंच और उपसरपंच को दी है और ऐसा करने पर जन अदालत लगाकर हाथ पैर काटने की चेतावनी दी है.
इससे पहले भी जनप्रतिनिधियों को दे चुके हैं धमकी
इधर कुछ महीने पहले ही नक्सलियों ने नारायणपुर जिले के 3 जनप्रतिनिधियों की पहले ही हत्या कर दी है. वही 5 से अधिक जनप्रनिधियो को जान से मारने की धमकी दी है. इन पर भी नक्सलियो ने माइंस का समर्थन देने का आरोप लगाया है . जिसके बाद से इस इलाके के जनप्रतिनिधियों में दहशत का माहौल बना हुआ है. वहीं आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले जिस तरह से नक्सलियों की धमकी जनप्रतिनिधियों को मिल रही है इससे उनमें दहशत का माहौल बना हुआ है जिस वजह से सरपंच और उपसरपंच समेत धमकी मिल चुकी जनप्रतिनिधियों ने पुलिस से सुरक्षा देने की मांग की है. फिलहाल अब तक इन जनप्रतिनिधियों के द्वारा पुलिस को लिखित में सुरक्षा की मांग नहीं की गई है.
वहीं पुलिस के आला अधिकारी भी जनप्रतिनिधियों को बिना पुलिस को सूचना दिए अंदरूनी इलाकों में नहीं जाने की समझाइश दी है. पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि सूचना मिलने के बाद बैनर. पोस्टर को बरामद कर लिया गया है. वहीं लगातार जवानों के द्वारा सर्चिंग ऑपरेशन जारी है. वहीं नक्सली जनपितुरी सप्ताह मना रहे हैं. इसे भी ध्यान में रखते हुए सभी जनप्रतिनिधियों को सतर्क रहने के साथ पुलिस को बिना सूचना दिए आसपास के इलाकों में दौरा नहीं करने की सख्त निर्देश दिए है..