Chhattisgarh: दंतेवाड़ा में नक्सलियों के मंसूबे पर फिरा पानी, जवानों ने डिफ्यूज की 20 किलो IED
Chhattisgarh News: दंतेवाड़ा जिले के फोर्स बर्रेम और पोटाली जाने वाले रास्ते में जवानों ने नक्सलियों द्वारा लगाए गए 10-10 किलो के दो आईईडी को बरामद कर डिफ्यूज करने में सफलता हासिल की है.
Chhattisgarh Latest News: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में जवानों ने नक्सलियों के नापाक मंसूबे पर पानी फेर दिया है. जवानों ने बीडीएस टीम की मदद से बर्रेम और पोटली जाने वाली सड़कों पर बिछाए गए आईईडी को जब्त कर मौके पर ही निष्क्रय कर दिया. नक्सलियों ने फोर्स बर्रेम और पोटाली जाने वाले रास्ते में 10-10 किलो का आईईडी बम लगा रखा था.
बम की सूचना मिलने के बाद बर्रेम और पोटली जाने वाले रास्ते पर जवानों और बीडीएस की टीम ने जांच की, तो दो अलग-अलग रास्तों में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए 10-10 किलो के आईईडी बम बरामद किए गए. इसके बाद बीडीएस टीम में मौके पर ही आईईडी बम को ब्लास्ट कर डिस्पोज कर दिया.
दरअसल दो साल पहले ही दंतेवाड़ा जिले के इसी अरनपुर मार्ग पर नक्सलियों ने आईईडी प्लांट कर रखा था, जिसमें इस रास्ते से गुजर रहे डीआरजी की जवानों से भरी गाड़ी इसकी चपेट में आ गई थी. उस हादसे में ड्राइवर समेत 10 डीआरजी जवानों शहीद हो गए थे. वहीं एक बार फिर से नक्सलियों ने इसी रास्ते पर दो अलग-अलग जगह पर 10-10 किलो का आईईडी बम प्लांट कर रखा था, लेकिन जवानों ने उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया.
#दंतेवाड़ा में अरनपुर पार्ट- 2 के फिराक में थे #नक्सली, दो जगह लगा रखा था 10-10 किलो का आईईडी, #BDS की टीम ने सावधानी पूर्वक बम को किया निष्क्रय...@BastarPolice @sundar_IPS @jptripathi2007 @vijaysharmacg #dantewada pic.twitter.com/T88A6AUWT4
— Ashok Naidu (ABP News) (@Ashok_Naidu_) May 10, 2024
पुलिस ने क्या कहा?
दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने बताया कि बर्रेम और पोटली जाने वाले रास्ते पर नक्सलियों द्वारा आईईडी बम लगाए जाने की सूचना मिली. इसके बाद तुरंत सर्चिंग अभियान चलाया गया. डीआरजी और बस्तर फाइटर के जवानों को सर्चिंग के लिए थाना अरनपुर के अंतर्गत समेली, केड़ापारा, बर्रेम, नीलावाया और पोटली गांव की ओर रवाना किया गया. इस दौरान समेली से बर्रेम जाने वाली और अरनपुर से पोटाली जाने वाली सड़क पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए 10-10 किलो का आईईडी बम बरामद किया गया.
एसपी ने बताया कि इन दोनों ही बम को खोजने में बीडीएस टीम और जवानों को काफी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन आखिरकार बीडीएस की टीम ने आईडी को ढूंढ निकाला और उसके बाद इसे सावधानी से निष्क्रिय कर दिया. एसपी ने कहा कि इस रास्ते से हमेशा जवान नक्सल विरोधी अभियान के लिए निकलते हैं. इसी के चलते नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी बम प्लांट कर रखा था.