Bastar News: सर्दियों का मौसम आते ही एक बार फिर बस्तर संभाग में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ गई है. दरअसल, ठंड के मौसम में नक्सली अपने ठिकाने बदलते हैं और इस दौरान उनकी मूवमेंट बढ़ जाती है. वहीं, 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक नक्सलियों द्वारा मनाए गए PLGA सप्ताह में भी नक्सलियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी देखी गई. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने अपने PLGA सप्ताह की वीडियो और प्रेस नोट भी जारी किया है.


छत्तीसगढ़ में खासकर दक्षिण और उत्तर बस्तर इलाके में ठंड के मौसम में नक्सलियों की सक्रियता रहती है. नवंबर महीने के अंतिम दिनों में ही बस्तर संभाग में ही तीन से चार जगह नक्सलियों की मौजूदगी देखी गई जिसके बाद पुलिस को सूचना मिलने पर ऑपरेशन भी चलाया गया और नक्सलियों के साथ आमने-सामने की मुठभेड़ में चार नक्सलियों को मार गिराया गया, हालांकि इस दौरान नक्सलियों की गोली लगने से 1 जवान शहीद हुआ और 3 जवान अलग-अलग घटनाओं में घायल भी हो गए.


ठंड के मौसम में नक्सली बदलते हैं अपने ठिकाने
दरअसल नक्सली अपने संगठन को अलग-अलग कमेटी में विभाजित करते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की 3 कमेटी काम रही है, जो उत्तर बस्तर और दक्षिण बस्तर में काम कर रही है. बताया जा रहा है कि ठंड के मौसम में ये तीनों कमेटियां सक्रिय हैं और अपने PLGA सप्ताह के दौरान बस्तर के माड़ इलाके में बाकायदा यह तीनों कमेटी इक्कठा होकर स्थानीय  ग्रामीणों के साथ विशाल रैली भी निकाली और PLGA सप्ताह भी मनाया.


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन नक्सलियों की संख्या हजारों में थी जो अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे. PLGA सप्ताह खत्म होने के साथ एक बार फिर इन तीनों कमेटी के नक्सली अलग-अलग जगहों के लिए मूवमेंट करेंगे. 


नक्सल मामलों के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार मनीष गुप्ता ने बताया कि वैसे नक्सली 12 महीनों बस्तर के अति संवेदनशील इलाकों में सक्रिय होते हैं लेकिन ठंड के मौसम में इनकी मूवमेंट  बढ़ जाती है और वे सही ठिकाना ढूंढने लगते हैं. हालांकि इस दौरान नक्सली सुरक्षाबलों  को भी नुकसान पहुंचाने के भी ताक में रहते हैं.


दिसंबर महीने में ही ठंड के मौसम में नक्सलियों का PLGA सप्ताह होता है, ऐसे में नक्सली संगठन के लड़ाकू नक्सली फोर्स पर नजर बनाए रखते हैं और हमला करने के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन इस साल कहा जा सकता है कि पुलिस की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की वजह से अपने PLGA सप्ताह के दौरान नक्सली किसी वारदात को अंजाम नहीं दे पाए, लेकिन जब तक ठंड का मौसम होगा, नक्सलियों की सक्रियता जरूर बने रहने की संभावना है.


बस्तर पुलिस रख रही पैनी नजर 
इधर बस्तर आईजी सुंदरराज. पी का कहना है कि पिछले कुछ सालों के मुकाबले पुलिस भी नक्सलियों के मंसूबे को समझने  में लगी है, यही वजह है कि पहले ही फोर्स अलर्ट रहती है, साथ ही कैंप और थाना को भी अलर्ट कर दिया जाता है. इस महीने  नक्सलियों के  PLGA सप्ताह के दौरान भानुप्रतापपुर में भी विधानसभा उपचुनाव था, ऐसे में चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना भी बस्तर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी लेकिन भानुप्रतापपुर के साथ-साथ पूरे बस्तर संभाग में तैनात जवानों ने नक्सलियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया और इस वजह से ही नक्सली चुनाव के दौरान किसी भी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पाए.


हालांकि छिटपुट वारदातों को अंजाम देकर नक्सली अपनी मौजूदगी जरूर दिखा रहे हैं, लेकिन पुलिस के जवान भी पूरी तरह से सतर्क हैं और नक्सलियों के हर मूवमेंट पर नजर बनाए रखने के लिए अपने संसाधनों का प्रयोग कर रहे हैं. फिलहाल ठंड के मौसम में नक्सली किसी वारदात को अंजाम ना दे पाएं, इसके लिए बस्तर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है.


यह भी पढ़ें: Chhattisgarh News: आरक्षण संशोधन विधेयक पर लटकी तलवार, राज्यपाल ने नहीं दी मंजूरी; जानिए क्या है वजह