Naxalites Killed In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है, नारायणपुर जिले में 'माड़ बचाओ अभियान' के तहत जवानों ने 3 ईनामी नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है और घटनास्थल से बड़ी मात्रा में नक्सलियों का हथियार, विस्फोटक सामान और दैनिक सामान भी बरामद किया है.
मारे गए नक्सलियों की पहचान सन 2009 में हुए मदनवाड़ा नक्सली घटना का मास्टरमाइंड रूपेश उर्फ गोलू उर्फ साम्भा गोसाई मंडावी जो कि नक्सली संगठन में PLGA कंपनी नंबर 10 का प्रभारी था, और इस पर पुलिस ने 25 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था, इसके अलावा नक्सली संगठन में DVCM जगदीश उर्फ रमेश उर्फ सुखलाल टिकाम पर 16 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
साथ ही महिला नक्सली सरिता उर्फ बसंती जो की पीपीसीएम कंपनी नंबर 10 की सदस्य थी इस पर भी पुलिस ने 8 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था, इन तीनों ही बड़े नक्सली लीडर को मुठभेड़ में मार गिराने में जवानों को सफलता हासिल हुई है ,जवानों का दावा है कि इस मुठभेड़ में और भी नक्सलियों को गोली लगी है जो कि घायल अवस्था में भाग निकलने में कामयाब हो गए.
घंटों चला ऑपरेशन माड़
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने जानकारी देते हुए बताया कि नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में नक्सलियों को बैकफुट पर लाने के लिए लगातार जवानों के द्वारा एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है, जिसके तहत लगातार जवानों को सफलता भी हासिल हो रही है, बीते शनिवार को भी इस इलाके में नारायणपुर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव से डीआरजी, एसटीएफ के साथ ही बीएसएफ के 11वीं, 133वीं,135वीं के जवानों की संयुक्त टीम अबूझमाड़ इलाके में नारायणपुर और महाराष्ट्र बॉर्डर पर स्थित परादी के जंगलों में सर्चिंग अभियान में निकली हुई थी.
इसी दौरान यहां मौजूद नक्सलियों से जवानों का आमना सामना हुआ और दोनों ओर से करीब 6 घंटे तक चली मुठभेड़ चली, जवानों ने नक्सलियों को घेर कर जमकर गोलीबारी की, जिससे नक्सली जवानो को भारी पड़ता देख मौके से भाग निकले, मुठभेड़ थमने के बाद घटनास्थल में सर्चिंग के दौरान जवानों ने 2 पुरुष और एक महिला नक्सली का शव बरामद किया, साथ ही मौके पर से बड़ी मात्रा में नक्सलियों का हथियार जिसमें AK- 47 राइफल, इंसास, एसएलआर कार्बाइन, 303 राइफल, 12 बोर की बंदूक, एसएलआर मैगजीन, कारतूस, सिंगल शॉट , BGL लांचर राइफल और भारी मात्रा में आयरन पाइप समेत विस्फोटक सामान और नक्सलियों का दैनिक सामान भी बराबद किया है.
आईजी ने बताया कि इस मुठभेड़ में जवानों की तरफ से कोई हताहत नहीं हुई है ,ऑपरेशन पूरी तरह से सफल रहा ,मौके पर कई जगह खून के धब्बे देखे गए हैं, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस मुठभेड़ में कई नक्सली मारे जाने के साथ ही बड़ी संख्या में नक्सली घायल भी हुए है.
मारा गया मदनवाड़ा घटना का मास्टरमाइंड
इधर मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियो की पहचान नक्सली संगठन में DKSZC सदस्य और PLGA कम्पनी नम्बर 10 का प्रभारी रूपेश उर्फ कोलू उर्फ शम्भा गोसाई के रूप में की गई जो कि 2009 में मदनवाड़ा में हुए बड़ी नक्सली घटना जिसमे एसपी विनोद चौबे समेत 29 जवानो की शहादत हुई थी, इस बड़ी घटना का मास्टरमाइंड रहने के साथ ही रूपेश के खिलाफ महाराष्ट्र -छत्तीसगढ़ के अलग-अलग थानों में 66 आपराधिक मामले दर्ज हैं, छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस नक्सली पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था, इसके अलावा मारा गया दूसरा नक्सली जगदीश उर्फ सुखलाल उर्फ रमेश डिवीसीएम माड़ डिवीजन का कमांडर था, इस पर पुलिस ने 16 लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था.
इसके अलावा महिला नक्सली सरिता उर्फ बसंती जो कि पीपीसीएम की सदस्य थी इस पर भी 8 लाख रुपये का इनाम घोषित था, आईजी का कहना है कि इन तीनों ही नक्सली के मारे जाने से दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी को बड़ा नुकसान पहुंचा है. साथ ही जवानों ने घटनास्थल से बड़ी मात्रा में नक्सलियों का हथियार और विस्फोटक सामान भी बरामद किया है.
उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ के अलग-अलग इलाकों में लगातार जवानों के द्वारा नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है, बारिश की वजह से नदी नाले उफान में रहने के बावजूद भी जवानों का मनोबल कम नहीं हुआ है, और लगातार नक्सलियों के ठिकानों में जवान दबिश दे रहे हैं और अलग-अलग मुठभेड़ में नक्सलियों को मार गिराने के साथ उनके हथियार भी घटनास्थल से बरामद कर रहे हैं.
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