Chhattisgarh: आवर्ती चराई योजना में लापरवाही पड़ी भारी, DFO के बाद अब रेंजर पर गिरी गाज
Bastar News: डीएफओ डीपी साहू ने बताया कि आवर्ती चराई विकास योजना में रेंजर रामदत्त नागर की तरफ से घोर लापरवाही और उदासीनता बरती गई, जिस वजह से उन्हें निलंबित किया गया है.
Chhattisgarh Avarti Charai Yojana: प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओ में से एक आवर्ती चराई योजना (Avarti Charai Yojana) में लापरवाही बरतने वाले एक रेंजर को भी सस्पेंड कर दिया गया है. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर जिले के करपावंड रेंज में पदस्थ रामदत्त नागर को बस्तर डीएफओ ने निलंबित कर दिया है. दअरसल, 25 मई से लगातार 3 दिनों तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) बस्तर जिले में 3 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर जन चौपाल लगाने वाले हैं. सीएम के दौरे को देखते हुए पहले से ही सारी प्रशासनिक व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के लिए सभी अधिकारी फील्ड का दौरा कर रहे हैं. बुधवार को जिले के बकावंड ब्लॉक का दौरा करने पहुंचे बस्तर वन विभाग के DFO डीपी साहू ने इस योजना में लापरवाही बरतने वाले करपावंड रेंजर को निलंबित कर दिया.
लगातार शिकायत के बाद की गई कार्रवाई
दरअसल, बकावंड ब्लॉक के जेबेल ग्राम पंचायत में वन विभाग के अंतर्गत शासन की आवर्ती चराई विकास योजना का कार्य करवाया जा रहा है. इस योजना के तहत काम की शुरुआत साल 2020-21 में स्वीकृति हुई थी, लेकिन 2 साल बाद भी इस योजना के तहत कोई भी कार्य नहीं किया गया. इसको लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी फॉरेस्ट रेंजर की शिकायत बड़े अधिकारियों की थी. इसके बाद लगातार शिकायत मिलने के बाद करपावंड़ रेंजर को निलंबित कर दिया गया.
सही पाए गए आरोप
डीएफओ डीपी साहू ने बताया कि आवर्ती चराई विकास योजना मुख्यमंत्री की फ्लैगशिप योजना में शामिल है, जिसमें रेंजर रामदत्त नागर की तरफ से घोर लापरवाही और उदासीनता बरती गई, जिस वजह से उन्हें निलंबित किया गया है. DFO ने कहा कि इस योजना के तहत साल भर में ही ये कार्य पूरा कर लिया जाना था, लेकिन 2 साल में यहां कोई काम नहीं हुआ. शिकायत के बाद जांच की गई जिसमें रेंजर के खिलाफ लगे आरोप सही पाए गए जिस वजह से उन्हें निलंबित कर दिया गया.
रेंजर ने कही ये बात
करपावंड रेंजर रामदत्त नागर का कहना है कि आवर्ती चराई योजना का कार्य उनके कार्यकाल में नहीं हुआ है, बल्कि उनसे पहले इस रेंज में पदस्थ रहे राजकुमार ध्रुव ने इस योजना में लापरवाही बरती. उनका कहना है कि कुछ ही महीने पहले उनकी करपावंड में ज्वाइनिंग हुई है, ऐसे में जिस कार्य के लिए उन्हें निलंबित किया गया है वो कार्य उनके कार्यकाल का नहीं है. ये कार्रवाई उनके पहले रहे रेंजर पर होनी चाहिए थी, लेकिन बिना देखे उन्हें निलंबित कर दिया गया है.
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