Durg: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में डॉक्टरों और स्टाफ की लापरवाही से 10 महीने के बच्चे की मौत के मामले में मेडिकल काउंसलिंग की जांच रिपोर्ट पूरी हो गई है. इस जांच में यह पाया गया है कि डॉक्टरों और स्टाफ की लापरवाही की वजह से 10 महीने के शिवांश की मौत हुई थी. इस जांच का हवाला देकर मेडिकल काउंसलिंग ने पुलिस में अपराध का मामला दर्ज कराया है.जिस पर से भिलाई-3 पुलिस ने चार डॉक्टरों और तीन पैरा मेडिकल स्टाफ के लोगों के खिलाफ इलाज में लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया है. फिलहाल सभी आरोपी अभी फरार हैं.


चार डॉक्टरों और तीन पैरामेडिकल स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज


भिलाई- 3 थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया कि 10 माह के बालक शिवांश की मौत के बाद उसके दादा की शिकायत पर पुलिस के द्वारा मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग को जांच के लिए रिपोर्ट भेजी गई थी. इस रिपोर्ट के आधार पर से सीएमएचओ के द्वारा जांच टीम का गठन किया गया था.टीम ने अपनी जांच में यह पाया है कि शिवांश की मौत इलाज में लापरवाही की वजह से हुई थी. जिसमें इलाज करने वाले चार डॉक्टरों और तीन पैरामेडिकल स्टाफ के लोगों को को दोषी ठहराया गया. इसी मेडिकल काउंसिल की रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ पुलिस ने लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर लिया है.


क्या था पूरा मामला


आपको बता दें महेश कुमार वर्मा ने नाती शिवांश को सर्दी खासी से बिमार होने के उपचार के लिए भिलाई- 3 स्थिति  सिद्धी विनायक अस्पताल में 27 अक्टूबर 2022 को भर्ती कराया था.बच्चे को डॉक्टर एस.आर प्रसाद द्वारा सांस ज्यादा चलने के चलते भर्ती किया गया था.तबीयत बिगड़ने पर शिवांश आई.सी.यू. रूम में शिफ्ट किया गया.डॉक्टर ने कहा कि दूसरे दिन एक्स रे कराएंगे.एक्स-रे के बाद डॉक्टर ने बताया कि बच्चे के फेफड़े में कफ भरा है.इलाज के कारण बच्चे की तबीयत में सुधार हुआ था,लेकिन  31 अक्टूबर को डॉक्टर की अनुपस्थिति में नर्स द्वारा इनजेक्शन लगाया गया, जिससे शिवांस की मृत्यु हो गई. 


इलाज में लापरवाही से मौत की बात आई सामने
सिध्दी विनायक अस्तपाल बच्चों का अस्पताल है, जो कि सिरसा गेट भिलाई-3 में स्तिथ है. 10 माह के बच्चे शिवासं वर्मा की इलाज के दौरान मृत्यु होने पर मृतक के दादा महेश वर्मा की शिकायत पर जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों और लिपिक कर्मचारियों का संयुक्त जांच दल गठित कर विभागीय जांच करवाई गई थी.जांच में सामने आया है कि अस्पताल प्रबंधक के चिकित्सक अधिकारी डॉक्टर संमीत राज प्रसाद,आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी शिशुरोग विशेषज्ञ डॉक्टर दुर्गा सोनी,डॉक्टर हरिराम यद,डॉक्टर गिरीश साहू  और पैरामेडिकल स्टाफ कुमारी विभा साहू, आरती साहू, कुमारी निर्मला यादव ने  शिवांश वर्मा के स्वास्थ्य उपचार में लापरवाही बरती जिसकी वजह उसकी मौत हो गई. इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 304 A के तहत भिलाई-3 थाने में मामला दर्ज किया गया है.इस मामले में अभी किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.


Jashpur News: चुनाव के पहले कांग्रेस में आंतरिक कलह! जशपुर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का हटाया बैनर-पोस्टर