Bastar Malaria News: बस्तर में मलेरिया का प्रकोप, जांच अभियान में अब तक मिले 13 हजार मरीज
Jagdalpur News: बस्तर को मलेरिया मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन ने पांचवें चरण का अभियान आज से शुरू कर दिया है. अब तक चार चरण की जांच में 13 हजार से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं
Jagdalpur News: छत्तीसगढ़ के कई जिलों में लगातार डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है, लेकिन बस्तर के लिए राहत की खबर है कि अब तक एक भी डेंगू का मरीज नहीं मिला है. दरअसल संभाग के दंतेवाड़ा जिले में 20 से अधिक मरीजों में डेंगू की पुष्टि के बाद हड़कंप मच गया था और स्वास्थ विभाग की टीम अलर्ट मोड में जांच भी कर रही थी. लेकिन बस्तर जिले के स्वास्थ विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक एक भी डेंगू का मामला सामने नहीं आया है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट है और मलेरिया की रोकथाम के लिए टीम तैनात है. हर साल बस्तर संभाग में अधिकतर मलेरिया के मरीज सामने आते हैं. स्थानीय ग्रामीण और नक्सलियों से लोहा ले रहे पुलिस के जवान भी मलेरिया से बच नहीं पाते हैं. ऐसे में मलेरिया की रोकथाम के लिए अब जिला प्रशासन ने पांचवें चरण का अभियान आज से शुरू कर दिया है.
बस्तर में डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डी. राजन के मुताबिक बस्तर जिले में अब तक एक भी डेंगू का मामला उजागर नहीं हुआ है. हालांकि रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग का अमला पूरी तरह अलर्ट है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आज से बस्तर जिले में मलेरिया मुक्त अभियान के पांचवें चरण की शुरुआत की गई है. अभियान के तहत आगामी 3 दिनों में 2 लाख 90 हजार से अधिक लोगों की मलेरिया जांच होगी. दरअसल बस्तर में लगातार मलेरिया का प्रकोप बढ़ रहा है इसलिए राज्य शासन मलेरिया मुक्त अभियान चला रहा है. अब तक चार चरण के हुए जांच अभियान में 13 हजार 399 मरीजों के मिलने की पुष्टि हुई है. सबसे ज्यादा संख्या 1 वर्ष से लेकर 15 वर्ष के बच्चों की है. कुल 7323 बच्चे मलेरिया पॉजिटिव पाए गए हैं.
ग्रामीण अंचलों में कैंप लगाकर चलाया जा रहा अभियान
मलेरिया की रोकथाम के लिए शासन से आदेश मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग सभी ग्रामीण अंचलों में कैंप लगाकर अभियान चला रहा है. मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तहत चार चरण में जिले के जगदलपुर शहर और बकावंड क्षेत्र को छोड़ बाकी क्षेत्रों में मलेरिया जांच पूरा कर लिया गया है. आज से शुरू हुए पांचवें चरण में जगदलपुर शहर और बकावंड क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की टीम मलेरिया की जांच करेगी. मुख्य चिकित्सा स्वास्थ अधिकारी ने बताया कि कुल 480 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है और 150 टीम गठित की गई है. एक टीम में 4 कर्मचारी शामिल है जो ग्रामीण अंचलों में घर-घर जाकर सभी लोगों की मलेरिया जांच करेंगे. चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक विभाग के पास अभी पर्याप्त मात्रा में मच्छरदानी और मलेरिया से बचाव के लिए दवाइयां उपलब्ध हैं लेकिन मौसम बदलने के साथ मलेरिया का खतरा बढ़ गया है.
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