Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के निलंबित आईपीएस जीपी सिंह (Suspended IPS GP Singh) को ईओडब्ल्यू (EoW) के दफ्तर लाया गया है. एसीबी (ACB) की टीम ने कल गुरुग्राम से जीपी सिंह को गिरफ्तार किया था. आज जीपी सिंह को रायपुर कोर्ट में पेश किया जा सकता है. ईओडब्ल्यू के दफ्तर के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. एसीबी की टीम सड़क मार्ग से जीपी सिंह कों लेकर रायपुर पहुंची है. अपको बता दें कि आय से अधिक संपत्ति और भष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 201,467,471 के आरोप में निलंबित आईपीएस जीपीसिंह को जांच में शामिल होने का कई नोटिस जारी किया गया था. उसके बाद भी सिंह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे और ना ही आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो रायपुर के कार्यालय हाजिर हो रहे थे.
निलंबित IPS को रिमांड पर लेने की तैयारी
सर्वोच्च न्यायालय की तरफ से मामले में राहत नहीं मिलने के बाद एसीबी, ईओडब्लू की टीमें सिंह को सभी संभावित ठिकानों पर तलाश कर रही थी. मंगलवार को देर शाम ईओडब्ल्यू की टीम ने गुरजिंदर पाल सिंह को पूछताछ के लिए गुरुग्राम से हिरासत में लिया. मिली जानकारी के अनुसार जीपी सिंह को रायपुर कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जा सकता है. रिमांड मिलने के बाद एसीबी, ईओडब्लू की टीम आगे की कार्रवाई करेगी. गौरतलब है कि 1 जुलाई की सुबह 6 बजे एसीबी, ईओडब्लू की टीमों ने रायपुर, राजनांदगांव और ओडिशा में सहयोगियों समेत सभी ठिकानों पर एक साथ छापा मारा था.
छापेमारी में 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ था और 10 करोड़ की संपत्ति मिलने की आधिकारिक जानकारी दी गई थी. छापे के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए थे. दस्तावेज के आधार पर रायपुर कोतवाली में IPS जीपी सिंह के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज हुआ था. चालान कोतवाली पुलिस पहले ही कोर्ट में पेश कर चुकी है और मामला विचाराधीन है. आपको बताते चलें कि निलबिंत सीनियर IPS जीपी सिंह के वकीलों ने एफआईआर में राहत देने के लिए पहले ये आवेदन बिलासपुर हाईकोर्ट में दिया था. बात नहीं बनी तो मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस राहत देने से इंकार कर दिया. राहत नहीं मिलने के बाद से एसीबी, ईओडब्लू की टीमें लगातार सिंह की तलाश में जुटी थी.
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