Chhattisgarh: प्रेमिका की बेरहमी से हत्या कर जंगल में लाश को लगाया था ठिकाने, 4 साल बाद पुलिस ने किया पर्दाफाश
Korba: कोरबा जिले के वनांचल क्षेत्र में रहने वाली एक 20 वर्षीय युवती घर से काम करने के नाम पर निकली थी. इसके बाद वह लापता हो गई थी. पुलिस ने आखिर 4 साल बाद युवती के नर कंकाल को बरामद कर लिया
Korba News: कोरबा जिले के वनांचल क्षेत्र में रहने वाली एक 20 वर्षीय युवती घर से काम करने के नाम पर निकली थी. इसके बाद वह रहस्यमयी ढंग से लापता हो गई थी. जब पुलिस के सामने गुम इंसान का मामला आया तो तात्कालिक तौर पर मामले में छानबीन की लेकिन पुलिस ना युवती को खोज पाई ना ही उसका कुछ सुराग मिल पाया. इसके बाद मामले की फाइल धूल फांक रही थी. एसपी ने जब गुम इंसान के मामलों को संज्ञान में लेकर फाइलों को खोजना शुरू किया तो पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे और पुलिस ने तार से तार मिलाना शुरू किया, तब पुलिस ने आखिर 4 साल बाद युवती के नर कंकाल को बरामद कर लिया और उसकी हत्या करने वाले उसके प्रेमी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है.
मामला जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्र लेमरु थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम केउबहार की है. यहां निवासरत एक 20 वर्षीय युवती असीमा बड़ा पिता स्वर्गीय निर्मल बड़ा 10 अक्टूबर 2020 को अपने गांव से कोरबा काम करने जाने के नाम पर घर से निकली थी, जो कई दिनों तक घर नहीं लौटी तो परिजनों ने आसपास रिश्तेदारों में खोजबीन की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया. इसके बाद 11 जनवरी 2021 को लापता युवती असीमा की बड़ी बहन कुमारी एम्मा बड़ा ने इस मामले की शिकायत लेमरू थाने में दर्ज कराई थी. लेमरू थाने में गुम इंसान का मामला दर्ज कर युवती के संबंध में पतासाजी की थी लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया. पिछले 4 सालों से लापता युवती की फाइल थाने में धूल फांक रही थी.
गला दबाकर प्रेमिका की हत्या
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला लगातार थानों का निरीक्षण कर रहे हैं और लापता व गुम इंसान के मामलों की बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं और इसी कड़ी में पुलिस को लापता असीमा बड़ा के संबंध में कुछ अहम सुराग हाथ मिले और फिर क्या था पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को सुलझाने के लिए दरी सीएसपी आईपीएस रॉबिंसन गुड़िया, लेमरु थाना प्रभारी जितेंद्र यादव व क्राइम ब्रांच प्रभारी अजय सोनवानी के नेतृत्व में एक टीम गठित की. उक्त टीम पिछले कई दिनों से मामले की गहरी से तहकीकात में जुटी हुई थी. इस बीच पुलिस ने युवती के प्रेमी ग्राम केउबहार निवासी अनसेलम लकड़ा 29 वर्ष पिता जोसेफ लकड़ा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पहले तो वह पहले की तरह पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की और उसका मोबाइल का लोकेशन घटना दिनांक को उसे बताया तो उसके हौसले पस्त हो गए और उसने अपनी प्रेमिका असीमा बड़ा की गला दबाकर हत्या करना कबूल कर लिया.
जहां अनसेलम लकड़ा ने लेमरू से श्यांग जाने के रास्ते में जंगल की खाई में फेंकना स्वीकार किया. जिसकी निशानदेही पर पुलिस के आला अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और खाई में उतारकर पुलिस ने एक नरकंकाल को बरामद कर मामले में आरोपी अनसेलम लकड़ा के खिलाफ हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर उसे न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया है. जब्त नर कंकाल को अब पुलिस डीएनए टेस्ट के लिए भेजेगी. टेस्ट रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कि यह कंकाल असीमा बड़ा का है कि नहीं.
शादी के लिए बना रही थी दबाव
हत्या की वारदात को अंजाम देने वाला अनसेलम लकड़ा भी लेमरू थाना क्षेत्र के ग्राम केउबहार का रहने वाला है और युवती भी उसी गांव की रहने वाली थी. दोनों के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चला आ रहा था और युवती असीमा बड़ा 2 महीने की गर्भवती हो गई थी. जब उसके प्रेमी को यह बात पता चली तो उसके होश उड़ गए और उसने अपने प्रेमिका को गर्भपात कराने के लिए कहा और इसी बीच उसने अपने गांव में निवास करने वाले कंपाउंडर से दवा लेकर उसे गर्भपात करने के लिए दवा भी दी थी, लेकिन गर्भपात नहीं हो पाया था और इस बीच युवती अपने प्रेमी को बार-बार शादी के लिए दबाव बना रही थी. वारदात के दिन युवती अपने प्रेमी के साथ बाइक पर सवार होकर दोनों निकल पड़े. जहां लेमरू थाना क्षेत्र के श्यांग के रास्ते गाड़ी रोककर जंगल में युवक ने अपने प्रेमिका की रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को खाई में फेंक कर वापस लौट आया था.
6 सौ मामलों की खुल रही है फाइल
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि जिले में गुम इंसान के लगभग 600 मामले पेंडिंग है. इन सभी मामलों की फाइल खोली जा रही है और सभी थाना व चौकी प्रभारी को गुम इंसान के मामलों में त्वरित कार्यवाही कर जांच पड़ताल करने का निर्देश जारी किया है. इस कड़ी में फिलहाल पुलिस ने एक हत्या के मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. आने वाले दिनों में पुलिस द्वारा ऐसे गुम इंसान के मामलों को कंप्यूटर से जांच की जा रही है ताकि गुम इंसानों को बरामद किया जा सके या फिर उसके पीछे सच्चाई क्या है यह भी पता लगाया जा सके. मामले को सुलझाने में पुलिस के आला अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. जिसे लेकर पुलिस अधीक्षक जितेंद शुक्ला ने लेमरु थाना प्रभारी जितेंद्र यादव की पीठ भी थपथपाई है.
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