बागेश्वर धाम सरकार क्यों कर रहे हैं जगह-जगह रामकथा? पहली बार कर दिया मीडिया में खुलासा
Raipur: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बॉलीवुड के फिल्मों में भगवान राम की छवि बिगाड़ने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सोची समझी साजिश है, लेकिन एक दिन उनको मुंह की खानी पड़ेगी.
Chhattisgarh News: बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों विवाद के चलते सुर्खियां बटोर रहे हैं. नागपुर में अंधविश्वास अनमुलन समिति ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया है. इसपर जमकर बवाल मचा हुआ है. इसी बीच धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छत्तीसगढ़ में रामकथा सुनाने पहुंचे हैं. उन्होंने यहां अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी है. इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि उनके अभियान का क्या उद्देश्य है. दरअसल, रायपुर में 17 से 23 जनवरी तक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री रामकथा सुनाने आए हैं. इसी बीच उन्होंने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई विषयों पर मीडिया से बातचीत की है.
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि धर्मांतरण रोकने के लिए जगह-जगह पर हम कथा कर रहे हैं. बागेश्वर धाम पहली व्यास पीठ है, जहां हर एक दो महीने के भीतर 3 दिन की कथा की जाती है. सॉफ्ट कॉर्नर वाले लोग, जो बहुत ही भोले भाले लोग है, उनपर मिशनरी वाले लोग अटैक कर के लालच देकर धर्मांतरण करा रहे हैं. इसलिए उनके बीच जाकर कथा करने का संकल्प लिया है. साथ ही बहुत सारे लोगों को हिंदू धर्म में वापसी करवाई गई है.
धीरेंद्र शास्त्री बोले सनातनियों में एकता नहीं है
प्रेस कान्फ्रेस में सनातन विरोधियों को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ये सब प्रायोजित लोग हैं. सनातनियों की एकता नहीं होने के कारण ऐसा हो रहा है. अभी हिंदू जागना प्रारंभ हुए है, इसका परिणाम ये है जो भी सनातन विरोधी कार्य कर रहे है, उनको मुंह की खानी पड़ रही है. इसके अलावा उन्होंने अंधविश्वास अनमुलन समिति के चुनौती के आरोप पर जवाब दिया है. उन्होंने कहा है रायपुर में उनका स्वागत है, उनके किराए हम देंगे सारी चुनौती हमें स्वीकार है.
बॉलीवुड पर भड़के बागेश्वर धाम सरकार
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगे बॉलीवुड के फिल्मों में भगवान राम की छवि बिगाड़ने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सोची समझी साजिश है, लेकिन एक दिन उनको मुंह की खानी पड़ेगी. हमारी सनातनी व्यक्तियों की विचारधारा हिंसात्मक नहीं होती है. हम सनातनी लोग पूर्ण रूप से अहिंसावादी हैं. हर बार हिंदू देवी देवताओं को टारगेट करने के लिए(फिल्म) बनाई जाती है. हम लोग बड़े भोले भाले लोग हैं. हम लोग अहिंसा पर भरोसा रखने वाले लोग हैं. उन लोगों को कहना चाहता हूं उनके बाप में दम हो तो किसी दूसरे धर्म के खिलाफ (फिल्म) बना दें.