Bastar New Airport: नए एयरपोर्ट निर्माण के लिए जमीन की तलाश हुई पूरी, मंत्रालय से मंजूरी का इंतजार
Chhattisgarh News: नए एयरपोर्ट निर्माण के लिए कलेक्टर रजत बंसल ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) को प्रस्ताव भेज दिया है. फिलहाल मंत्रालय से स्वीकृति मिलने की देरी है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में जल्द ही नये एयरपोर्ट (New Airport) की सौगात मिलने वाली है. इसके लिए जिला प्रशासन ने जमीन भी तलाश ली है. नए एयरपोर्ट में सुविधा से लैस टर्मिनल भी बनाया जाएगा. बस्तर में बोइंग विमान को उतारने के लिए रनवे का निर्माण किया जाएगा. नए एयरपोर्ट निर्माण के लिए कलेक्टर रजत बंसल ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) को प्रस्ताव भेज दिया है. फिलहाल मंत्रालय से स्वीकृति मिलने की देरी है. कलेक्टर का कहना है कि मंजूरी मिलते ही टर्मिनल (Terminal) और रनवे (Runway) का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
उलनार में नये एयरपोर्ट निर्माण की तैयारी
जगदलपुर के पुराने एयरपोर्ट से अभी 72 सीटर एयर एलाइंस का विमान सेवा दे रही है. वीआईपी मूवमेंट से लेकर बस्तर में नक्सल मोर्चे पर तैनात एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी पुराने एयरपोर्ट पर रखा जाता है. बस्तर में उड़ान सेवा को आमजनों का रिस्पॉंस मिल रहा है. जिला प्रशासन ने जगदलपुर शहर से 19 किमी दूर नगरनार के पास उलनार में जमीन की पहचान कर ली है. बस्तर कलेक्टर ने बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के नियमों को ध्यान में रखते हुए नए एयरपोर्ट का निर्माण कार्य किया जाएगा. फिलहाल 2सी लाइसेंस के साथ ही क्षेत्रीय उड़ान सेवा का संचालन किया जा रहा है. नए एयरपोर्ट निर्माण के वक्त इस बात का पूरा ख्याल रखा जाएगा कि नियमों का पालन करते हुए आसानी से 3 सी लाइसेंस हासिल हो जाए. उन्होंने कहा कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सारे निर्माण कार्य किये जाएंगे.
जमीन का सर्वे कर मंत्रालय के पास प्रस्ताव
उलनार के बीच भूखंड की लंबाई 3 किलोमीटर और चौड़ाई 600-900 मीटर के लगभग है. भूखंड की पूरी जमीन सपाट है और आसपास कुछ निजी जमीन भी है. अदला बदली कर प्रशासन को प्रक्रिया पूरी करने में आसानी होगी. कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन की टीम ने जमीन का सर्वे पूरा करने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय को नए एयरपोर्ट का प्रस्ताव भेज दिया गया. गौरतलब है कि अभी शहर के बीचोबीच मौजूद एयरपोर्ट के टर्मिनल में सभी तरह की सुविधा नहीं होने से नाइट लैंडिंग भी नहीं हो सकती. मौजूदा रनवे में बोइंग विमान के टेकऑफ और लैंडिंग की भी सुविधा नहीं है. बस्तर में उड़ान सेवा को बेहतर रिस्पॉंस मिलने की वजह से ही नया एयरपोर्ट बनाने की तैयारी की जा रही है. नये एयरपोर्ट में बोइंग विमान की भी उतरने की सुविधा रहने से बस्तर को अन्य महानगरों की हवाई सेवा से सीधा जोड़ा जा सकेगा.