Korba News: छत्तीसगढ़ में साल-दर-साल बढ़ते हाथी-मानव द्वंद्व पर लगाम कसने के लिए एक नई कवायद की तैयारी की जा रही है. किसी एक हाथी प्रभावित गांव में मधुमक्खी पालन का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा. हाथी विचरण क्षेत्र में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए कोरबा जिला कलेक्टर अजीत वसंत (आईएएस) ने उद्यानिकी विभाग को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
मानव-हाथी द्वन्द रोकने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाने पर जोर देते हुए कलेक्टर की अध्यक्षता में इसके लिए गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक हुई. कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में उन्होंने कोरबा जिले के वनांचल क्षेत्रों में हाथी-मानव द्वंद को कम करने तथा जंगली हाथियों से किसी तरह की जनहानि न हो, इस संबंध में प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने हाथियों को रिहायशी क्षेत्रों से दूर रखने में लगी टीम को सतर्क रहने व मुस्तैदी से कार्य करने के निर्देश दिए. उन्होंने हाथी विचरण क्षेत्रों में वन्य प्राणियों को नुकसान पहुंचाने वाले विद्युत तारों को दुरुस्त कराते हुए निर्धारित ऊंचाई तक बढ़ाने की बात कही.
हाथी विचरण क्षेत्रों में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने की तैयारी
इसके लिए विद्युत विभाग को वन विभाग के माध्यम से प्राप्त सूची के अनुसार इन क्षेत्रों में कम ऊंचाई वाले विद्युत तारों की आवश्यकतानुसार ऊपर बढ़ाने व अवैध हुकिंग पर भी कार्यवाही के लिए निर्देशित किया. उन्होंने हाथी विचरण क्षेत्रों में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए उद्यानिकी विभाग को कार्ययोजना तैयार कर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किसी एक गांव में कार्य प्रारंभ करने की बात कही. इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला, वनमण्डलाधिकारी कोरबा अरविंद पीएम, वनमण्डलाधिकारी कटघोरा कुमार निशांत, विद्युत, खाद्य, उद्यानिकी आबकारी सहित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे.
महुआ व लहान के निर्माण-भंडारण पर लगाए अंकुश
कलेक्टर ने आबकारी अधिकारी को वनांचलों में अवैध महुआ लाहान, महुआ शराब के निर्माण व भण्डारण पर भी निरंतर कार्यवाही करने के लिए कहा. जिला प्रशासन की ओर से पुलिस विभाग को जिले में हाथियों से जान-माल की क्षति को बचाने के लिए वन विभाग का पूर्ण सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए. कटघोरा वनमण्डलाधिकारी कुमार निशांत द्वारा हाथी-मानव द्वन्द रोकने की दिशा में विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाही के संबंध में भी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र में जंगली हाथियों के आगमन की सूचना ग्रामीणों को विभाग द्वारा प्राथमिकता से दी जाती है व ग्रामीणों को अनावश्यक जंगलों में नहीं जाने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है.
क्रेडा की मदद से लगेगा सोलर हाईमास्ट लाइट
हाथी प्रभावित क्षेत्रों में क्रेडा के जरिए सोलर लाइट लगाए जाने की बात भी की गई. कलेक्टर ने हाथी प्रभावित क्षेत्रों में स्थित धान उपार्जन केंद्रों में धान की खरीदी, उठाव व परिवहन शीघ्रता से कराने के लिए कहा. साथ ही इन क्षेत्रों में क्रेडा के माध्यम से सोलर हाईमास्ट लाइट लगाने के लिए डीएफओ कटघोरा को ऐसे स्थानों की सूची तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. बैठक में हाथियों द्वारा किए जाने वाले फसलों व जनहानि की घटनाओं पर यथाशीघ्र मुआवजे का वितरण कराने के लिए वन विभाग को निर्देशित किया गया.
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