Bhilai News: भिलाई इस्पात संयंत्र का आत्मनिर्भर भारत अभियान में एक और योगदान, अब किया ये काम
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने स्वदेशी नौसेना युद्धपोतों आईएनएस “उदयगिरी” और “सूरत” के लिए 4300 टन विशेष स्टील की आपूर्ति की है. सेल के निरंतर प्रयासों की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है.
Bhilai Steel Plant: एशिया में सबसे बड़ा लोहे का कारखाना भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) का एक और योगदान (Contribution) जुड़ गया है. भिलाई इस्पात संयंत्र अब तक आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत चल रहे कई प्रोजेक्ट्स में स्टील की आपूर्ति कर चुका है. इसी क्रम में एक बार फिर भिलाई स्टील प्लांट ने दो स्वदेशी नौसेना युद्धपोतों (Two Indigenous Indian Navy Warships) आईएनएस सूरत और उदयगिरि (INS Surat and Udaygiri) के लिए विशेष स्टील (Special Steel) भेजा है.
आईएनएस “उदयगिरी” और “सूरत” के लिए 4300 टन विशेष स्टील की आपूर्ति
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने स्वदेशी नौसेना युद्धपोतों आईएनएस “उदयगिरी” और “सूरत” के लिए 4300 टन विशेष स्टील की आपूर्ति की है. सेल की तरफ से आपूर्ति किए जाने वाले स्टील में डीएमआर 249 ग्रेड प्लेट्स और एचआर शीट्स शामिल हैं. स्टील की पूरी मात्रा सेल के बोकारो, भिलाई और राउरकेला इस्पात संयत्रों से सप्लाई की गई है. सेल के निरंतर प्रयासों की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है.
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भिलाई इस्पात संयंत्र का स्टील भूकंप के झटके को भी सहने की रखता है क्षमता
आपको बता दें कि भिलाई इस्पात संयत्र से निकलनेवाला स्टील विशेष तरह का है. भूकंप के समय भीजी मजबूती से खड़ा सहने की क्षमता रखता है. एशिया में सबसे बड़े संयत्र का स्टील देश के बड़े प्रोजेक्टों में इस्तेमाल किया जा रहा है. इससे पहले भी भिलाई इस्पात संयत्र आईएनएस विक्रांत, आईएनएस कमोर्टा सहित भारत की विभिन्न रक्षा परियोजनाओं के लिए विशेष गुणवत्ता वाले स्टील की आपूर्ति कर चुका है.